महिला शक्ति का दिखेगा दबदबा: चार सीटों पर महिलाओं में सीधी टक्कर, तो मुख्यमंत्री से लेकर मंत्री के रिश्तेदारों की भी अग्निपरीक्षा

Dominance of women power will be seen: Direct contest between women on four seats, then the relatives of the Chief Minister and the Minister will also face a litmus test

Jharkhand Vidhansabha Election: झारखंड की जिन 38 सीटों पर कल वोट डाले जायेंगे, उनमें से कई सीटों पर महिला प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला है। इसके अलावे कई महिला प्रत्याशी पुरुषों को कड़ी टक्कर दे रही है।

38 में से 13 सीटों पर आधी आबादी की मजबूत दावेदारी है. महिलाएं राजनीतिक रूप से सशक्त होकर चुनावी रण में न केवल राजनीतिक कौशल के साथ काम कर रही हैं, बल्कि अपनी सक्रियता से यह साबित कर रही हैं कि वह किसी भी मामले में राजनीतिक मैदान में पुरुषों से पीछे नहीं हैं।

राज्य की हाई प्रोफाइल सीटों में से एक गांडेय से सीएम हेमंत सोरेन की पत्नी व झामुमो की स्टार प्रचारक कल्पना सोरेन लड़ रही हैं। उन्हें चुनौती देने के लिए भाजपा ने मुनिया देवी को उतारा है। धनबाद जिले के झरिया में कांग्रेस की पूर्णिमा नीरज सिंह और भाजपा की रागिनी सिंह मैदान में हैं।

दोनों में देवरानी-जेठानी का रिश्ता है। रामगढ़ में कांग्रेस की ममता कुमारी और एनडीए की सुनीता चौधरी में मुकाबला है। उपचुनाव में सुनीता ने गोला गोलीकांड में दोषी पाए जाने पर विधायकी गंवाने वाली ममता के पति बजरंग महतो को शिकस्त दी थी।

ऐसे में मुकाबला रोचक हो गया है। डुमरी सीट पर भी दो महिलाओं के बीच मुकाबला है। मंत्री जगरनाथ महतो के दिवंगत होने के बाद पत्नी बेबी देवी राजनीतिक विरासत संभाल रही हैं।

उपचुनाव में जीतकर बेबी मंत्री बनीं थीं। उन्हें यशोदा देवी चुनौती दे रही हैं। हालांकि, जयराम महतो की दावेदारी से मुकाबला त्रिकोणीय होने के आसार हैं। जामताड़ा में डॉ. इरफान अंसारी के खिलाफ सीता सोरेन रण में हैं।

वहीं, मंत्री दीपिका पांडेय सिंह महगामा से, अपर्णा सेनगुप्ता निरसा से, सिंदरी से तारा देवी, जमुआ से मंजू कुमारी, बोकारो से श्वेता सिंह व जामा से डॉ. लुईस मरांडी चुनाव लड़ रही हैं। पाकुड़ से पूर्व मंत्री आलमगीर आलम की पत्नी निशत मैदान में हैं।

11 पूर्व मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर

इसी चरण में 11 पूर्व मंत्रियों के भाग्य का भी निर्णय होगा, जिनमें हेमलाल मुर्मू, स्टीफन मरांडी, बसंत सोरेन, लुईस मरांडी, बादल, रणधीर कुमार सिंह, सुरेश पासवान, प्रदीप यादव, जेपी पटेल, मथुरा महतो तथा जलेश्वर महतो सम्मिलित हैं।

दलबदलुओं पर भी नजर

इस चरण में वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, स्पीकर रबींन्द्रनाथ महतो, पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो, वर्तमान मंत्री इरफान अंसारी, हफीजुल हसन, दीपिका पांडेय सिंह, बेबी देवी की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है।

वहीं झामुमो छोड़कर भाजपा में गए लोबिन हेम्ब्रम, सीता सोरेन तथा बीजेपी छोड़कर JMM में गईं लुईस मरांडी के भाग्य का फैसला भी इस चरण में होगा। इस चुनाव में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ उनकी पत्नी कल्पना सोरेन, भाई बसंत सोरेन पर भी निगाहें रहेंगी।

इस चरण की 38 सीटों पर कुल 528 प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इनमें 472 पुरुष तथा 55 महिला हैं। गिरिडीह में एक जेंडर प्रत्याशी अश्विनी आंबेडकर भी चुनाव लड़ रही हैं।

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