DIG को 8 लाख रिश्वत लेते पकड़ा : सीबीआई ने घर से बरामद किए 7.5 करोड़ नकद, 2.5 किलो सोना और लग्जरी गाड़ियां, दौलत देखकर अफसर की आंखें चौंधिया गयी

DIG caught accepting 8 lakh bribe: CBI recovered 7.5 crore rupees in cash, 2.5 kg of gold and luxury cars from his home; officer was dazzled by the wealth.

DIG Harcharan Bhullar: डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर को सीबीआई ने 8 लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। उनके घर से करोड़ों की नकदी, सोना, लग्जरी घड़ियां, कारें और दर्जनों बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज़ बरामद हुए हैं।सीबीआई ने रोपड़ रेंज के डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर को रिश्वतखोरी के एक मामले में रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।

 

गिरफ्तारी के बाद जब उनके घर की तलाशी ली गई, तो जांच एजेंसी के अधिकारी भी चौंक गए। सीबीआई की छापेमारी में 7.5 करोड़ रुपए नकद, करीब 2.5 किलो सोने के जेवरात, 26 लग्जरी घड़ियां (जिनमें रोलेक्स और राडो जैसी ब्रांड शामिल), चार हथियार, 17 कारतूस, 108 विदेशी शराब की बोतलें, और मर्सिडीज व ऑडी कार की चाबियां बरामद हुईं। इसके अलावा, सीबीआई को 50 से अधिक बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज और बैंक अकाउंट्स के रिकॉर्ड मिले हैं।

 

रिश्वत लेते पकड़े गए डीआईजी

सीबीआई ने यह कार्रवाई उस वक्त की, जब डीआईजी मोहाली स्थित अपने दफ्तर में एक स्क्रैप कारोबारी से 8 लाख रुपए की रिश्वत ले रहे थे। कारोबारी ने सीबीआई को शिकायत दी थी कि डीआईजी उसके खिलाफ दर्ज एक पुराने केस को हर महीने लाखों रुपए लेकर निपटाने का वादा कर रहे थे।

 

फतेहगढ़ साहिब जिले के मंडी गोबिंदगढ़ निवासी कारोबारी आकाश बत्ता ने बताया कि उसके खिलाफ नवंबर 2023 में दर्ज एफआईआर को “सेवा-पानी” के नाम पर सुलझाने के लिए डीआईजी के बिचौलिए ने रकम मांगी थी।

 

सीबीआई का जाल और गिरफ्तारी

शिकायत की सत्यता जांचने के लिए सीबीआई ने करीब 10 दिन की निगरानी की। एजेंसी को डीआईजी और बिचौलिए के बीच वॉट्सएप कॉल के जरिए रिश्वत की रकम तय करने के सबूत मिले। इसके बाद गुरुवार को जाल बिछाया गया, और जैसे ही कारोबारी ने 8 लाख में से 5 लाख की पहली किस्त डीआईजी को दी, सीबीआई ने उन्हें रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया।

गिरफ्तारी के बाद डीआईजी को चंडीगढ़ की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। सीबीआई ने फिलहाल उनकी रिमांड नहीं मांगी है।

 

सिस्टम पर सवाल

भुल्लर के वकील एच.एस. धनोआ ने कहा कि सीबीआई के पास पूछने को कुछ नहीं बचा, इसलिए रिमांड नहीं ली गई। लेकिन बरामदगी का पैमाना इतना बड़ा है कि पूरे पुलिस सिस्टम की पारदर्शिता पर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।सीबीआई की शुरुआती रिपोर्ट में बताया गया है कि डीआईजी और उनके रिश्तेदारों के नाम पर चंडीगढ़, मोहाली, पटियाला और लुधियाना में दर्जनों संपत्तियां हैं।

 

एजेंसी ने अब तक 15 बैंक खातों को फ्रीज किया है, जबकि कई लॉकरों की चाबियां भी बरामद की गई हैं जिन्हें अब खोला जाएगा।भुल्लर 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और जनवरी 2023 में उन्हें डीआईजी के पद पर पदोन्नत किया गया था। इससे पहले वे पंजाब के कई जिलों में एसएसपी के रूप में तैनात रह चुके हैं।

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