DGP को चेताया था, कांग्रेस की सरकार बनी, तो कार्रवाई होगी… CM की शपथ से पहले DGP प्रवीण सूद बन गये CBI के डायरेक्टर… पढ़िये नये CBI डायरेक्टर प्रवीण सूद के बारे दिलचस्प जानकारी

नयी दिल्ली। CBI डायरेक्टर की तलाश कर्नाटक कैडर के IPS प्रवीण सूद पर आकर खत्म हुई है। मूल रूप से हिमाचल के कांगड़ा के रहने वाले प्रवीण सूद 1986 बैच के IPS हैं। प्रवीण सूद की दिलेरी के भी किस्से काफी चर्चाओं में रहे हैं। हिमाचल के कांगड़ा में 1964 में जन्म लेने वाले प्रवीण सूद के पिता ओम प्रकाश सूद दिल्ली सरकार में क्लर्क थे, जबकि मां कमलेश सूद दिल्ली के सरकारी स्कूल की टीचर थीं। सूद की स्कूलिंग दिल्ली के सरकारी स्कूल से हुई। उन्होंने आईआईटी दिल्ली से ग्रेजुएशन किया है और फिर 1986 बैच के IPS अधिकारी बने।
उनकी पहली नियुक्ति 1989 में वो मैसूर के सहायक पुलिस अधीक्षक बने थे. इसके बाद पुलिस अधीक्षक, बेल्लारी और रायचूर भी रहे। फिर बेंगलुरु पुलिस उपायुक्त (DCP) के पद पर सेवाएं दी. प्रवीण सूद 1999 में मॉरीशस में पुलिस सलाहकार भी रहे। वह 2004 से 2007 तक मैसूर शहर के पुलिस आयुक्त के रूप में तैनात रहे. मैसूर में अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने पाकिस्तान मूल के आतंकवादियों की गिरफ्तारी में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उन्हें 1996 में सेवा में उत्कृष्टता के लिए मुख्यमंत्री के स्वर्ण पदक.2002 में सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक और 2011 में विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति का पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है.
डीजीपी के कार्यकाल के दौरान प्रवीण सूद और कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार की तल्खी खूब दिखी। शिवकुमार ने तो यहां तक कह दिया था कि सूद डीजीपी के पद के लायक नहीं है। कांग्रेस की सरकार बनी तो सूद के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। ये बात अलग है कि अब राज्य में कांग्रेस सत्ता में आ गई है लेकिन प्रवीण सीबीआई निदेशक के रूप में दिल्ली का रुख करेंगे। शिवकुमार ने उन पर बीजेपी के पक्ष में काम करने का भी आरोप लगाया था। कहा था कि वो तीन साल से DGP हैं, मगर उनका काम बीजेपी कार्यकर्ता के समान है। उन्होंने करीब 25 कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की। इस संबंध में चुनाव आयोग को भी लिखा है। इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।