मूसलाधार बारिश से तबाही, 285 सड़कें बंद, रेड अलर्ट जारी
Torrential rain causes devastation, 285 roads closed, red alert issued

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार के लिए भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने रेड अलर्ट जारी किया है। बीते सोमवार को शिमला के भट्टाकुफर में पांच मंजिला इमारत महज 5 सेकंड में ढह गई। राहत की बात यह रही कि इसे पहले ही खाली करा लिया गया था।
मंडी, करसोग, पंडोह और धर्मपुर जैसे इलाकों में हालात और भी गंभीर हैं। मंडी के करसोग में बादल फटने से दर्जनों गाड़ियां और घर तबाह हो गए। थुनाग और धर्मपुर में सड़कों पर नाले बहने लगे और रातभर लोगों को घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाना पड़ा।
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के मुताबिक, 285 सड़कें बंद, 614 ट्रांसफार्मर ठप और 130 जल योजनाएं बाधित हैं। अकेले मंडी में 129 और सिरमौर में 92 सड़कें प्रभावित हुई हैं। 20 जून को मानसून आने के बाद से अब तक 34 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 17 की जान सड़क हादसों में गई।
शिमला-चंडीगढ़ हाईवे, चंडीगढ़-मनाली मार्ग और सोलन के मुख्य मार्गों पर भूस्खलन के कारण यातायात बाधित है। एनएचएआई को मलबा हटाने के निर्देश दिए गए हैं और ट्रैफिक पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है।
हिमाचल प्रदेश में जून महीने में सामान्य से 34% अधिक बारिश दर्ज की गई है, जो 1901 के बाद 21वीं सबसे अधिक बारिश है। लगातार बारिश से शिक्षण संस्थान, स्कूल और सड़कें प्रभावित हुई हैं, जिससे जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है।
प्रदेश सरकार ने लोगों से अपील की है कि अनावश्यक यात्रा से बचें और सतर्क रहें, क्योंकि हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश से अभी और संकट गहराने की आशंका है।