Deepika Pandey : ससुर रहे हैं मंत्री, सास थी कांग्रेस की सक्रिय नेत्री, राजनीति में इंट्री के साथ ही बनी थी पहली बार मंत्री, अब दूसरी जीत के साथ फिर बनी मिनिस्टर

Deepika Pandey: Father-in-law was a minister, mother-in-law was an active leader of Congress, she became a minister for the first time with her entry into politics, now with the second victory she became a minister again.

Deepika Pandey Biography In Hindi: दीपिका पांडेय दूसरी बार हेमंत सरकार में मंत्री बनी है। गोड्डा के महागामा से चुनाव जीतने वाली दीपिका पांडेय झारखंड कांग्रेस की तेज तर्रार नेता है। 2019 में पहली बार विधायक बनने वाली दीपिका पिछली बार कृषि, पशुपालन सहकारिता विभाग और आपदा विभाग की मंत्री थी। इस बार वो दूसरी बार तमाम चुनौतियों का पार करते हुए 18 हजार से ज्यादा वोटों से जीती और विधानसभा पहुंची। अब उन्हें दूसरी बार मंत्री बनाया गया है। दीपिका पांडेय ने साल 2019 में पहली बार चुनावी मैदान में एंट्री की। उन्होंने 2019 के विधानसभा चुनाव में महागामा सीट से कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।

 

विरासत में मिली है राजनीति

दीपिका के साथ राजनीति की बड़ी विरासत भी है। उनकी मां लंबे समय तक कांग्रेस से जुड़ी रहीं तो उनके ससुर अवध बिहारी सिंह तीन बार महागामा के विधायक रहे और तीन बार बिहार सरकार में मंत्री भी बने। दीपिका ने इस चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी अशोक भगत को 18,645 वोटों से मात दी। उनका अपने क्षेत्र में बड़ा जनाधार है। मंत्री बनने के बाद भी वो अपने क्षेत्र से लगातार जुड़ी रही। जब भी उन्हें मौका मिलता, छोट-छोटे कार्यक्रमों में वो अपने क्षेत्र जरूर पहुंचती है। जानकार बताते हैं कि दीपिका पांडेय की जीत का आधार भी यही है कि वो मंत्री बनने के बाद भी लगातार वो अपने क्षेत्र में सक्रिय रही। यही वजह है कि बीते विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने एक बार फिर उन्हें उम्मीदवार बनाया और वो जनता का विश्वास जीतने में सफल रहीं।

 

भाजपा के चक्रव्यूह को बुरी तरह किया चकनाचूर

दीपिका पांडेय सिंह ने विधानसभा चुनाव में बीजेपी के अशोक भगत को हराकर यह सीट कांग्रेस की झोली में डाली थी। दीपिका ने लगातार दो बार महागामा विधानसभा सीट पर जीत दर्ज की थी। दीपिका ने इस चुनाव में बीजेपी प्रत्याशी अशोक भगत को 18,645 वोटों से मात दी. दीपिका को कुल 1,14,069 वोट मिले तो वहीं अशोक भगत मात्र 95,424 वोट मिले।

 

 

लोकसभा चुनाव में भी मिला था टिकट

2024 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने दीपिका पांडेय सिंह को गोड्डा लोकसभा चुनाव में बीजेपी के निशिकांत दुबे के खिलाफ मैदान में उतारा था, लेकिन जातीय समीकरण के कारण कांग्रेस को दीपिका से टिकट छीन कर प्रदीप यादव को देना पड़ा। दीपिका ने खुशी-खुशी कांग्रेस आलाकमान के फैसले को स्वीकार किया। दीपिका ने टिकट कटने के बाद चुप्पी साधे रखी और दीपिका को इसका तोहफा हेमंत सरकार के दूसरे मंत्रीमंडल में मंत्री बनाए जाने से मिला। दीपिका पांडेय कांग्रेस की ओर से मात्र ऐसी विधायक रहीं जिन्हें इस बार फिर से मंत्री बनाया जा रहा है।

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