लखनऊ। लखीमपुर खीरी में एक सिपाही को फिलस्तीन के समर्थन में चंदा मांगना भारी पड़ गया। विभाग ने सिपाही को सस्पेंड कर दिया है। विभाग ने फिलस्तीन का समर्थन करने वाले सिपाही सुहेल अंसारी को निलंबित कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस वायरल पोस्ट के मामले में हर पहलुओं से जांच कर रही है। आरोप है कि सिपाही सुहेल अंसारी का एक पोस्ट सोशल मीडिया में वायरल हुआ था। हालांकि कॉन्सटेबल सोहेल ने पुलिस को बताया था कि उसके बेटे ने गलती से वो पोस्ट शेयर कर दिया। इसके बाद कॉन्सटेबल ने अपना अकाउंट डिलीट कर दिया।

सिपाही ने फेसबुक पोस्ट में फिलस्तीन के समर्थन में चंदा मांगा था। मामला यूपी पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा। जिसके बाद एसपी ने आरोपी कांस्टेबल के खिलाफ एएसपी को जांच सौंपी। जांच में दोषी पाए जाने पर सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है। आरोपी कांस्टेबल सुहेल बरेली का रहने वाला है और लखीमपुर खीरी पुलिस लाइन में तैनात है। सिपाही को सस्पेंड कर दिया गया है।

इससे पहले फिलिस्तीन के समर्थन में सोशल मीडिया पोस्ट करने पर उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में एक मौलवी को गिरफ्तार किया गया था. उस पर IPC की धारा 153-A (दो समूहों के बीच दुश्मनी को बढ़ावा देना) और 505 (2) (वर्गों के बीच दुश्मनी, नफरत या दुर्भावना पैदा करने या बढ़ावा देने वाले बयान) के तहत मामला दर्ज किया गया. FIR में एक अन्य मौलवी का नाम भी शामिल था।

बरेली के एक डॉक्टर पर भी मुसलमानों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर केस दर्ज किया गया था.डॉ. परमेंद्र माहेश्वरी ने कथित तौर पर वॉट्सऐप पर इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष को लेकर मुस्लिम समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी. 13 अक्टूबर को परमेंद्र पर IPC की धारा 153-ए और 295-ए (किसी भी वर्ग का अपमान करके उसकी धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से दुर्भावनापूर्ण काम करना) के तहत मामला दर्ज किया गया।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...