JSSC-CGL पेपर लीक मामले में CID की कार्रवाई…2 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल, अभियोजन स्वीकृति की मांग

CID action in JSSC-CGL paper leak case...Charge sheet filed against 2 accused, prosecution approval sought

रांची / 2024 में आयोजित झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (JSSC) CGL परीक्षा के पेपर लीक मामले में जांच कर रही CID ने केस में संलिप्त आधा दर्जन से अधिक आरोपियों के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति मांगी है। केस के जांच अधिकारी (IO) ने कोर्ट को बताया है कि कई आरोपी वर्तमान में सरकारी सेवा में हैं, इसलिए इनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई शुरू करने के लिए अभियोजन स्वीकृति अनिवार्य है। स्वीकृति प्राप्त होने के बाद ही अदालत CID की ओर से दायर चार्जशीट पर संज्ञान ले सकेगी।

अब तक दो चार्जशीट दाखिल, कई नाम शामिल
लगातार डॉट इन में छपी विनित आभा उपाध्याय की रिपोर्ट के अनुसार, इस बहुचर्चित मामले में CID ने अब तक दो चार्जशीट कोर्ट में प्रस्तुत की हैं। पहली चार्जशीट गौरव कुमार और अभिलाष कुमार के खिलाफ दायर की गई थी। दूसरी चार्जशीट में संदीप त्रिपाठी, मनोज कुमार, IRB के निलंबित जवान कुंदन कुमार, एजेंट की भूमिका निभाने वाले रामनिवास राय, उनके भाई निवास राय, भतीजे कविराज उर्फ मोटू, रॉबिन कुमार, अखिलेश कुमार, विवेक रंजन, कौशलेंद्र उर्फ राहुल कुमार और कृष्णा स्नेही को आरोपी बनाया गया है।
CID ने चार्जशीट में केवल आरोप ही नहीं, बल्कि वैज्ञानिक साक्ष्य और अन्य ठोस प्रमाण भी न्यायालय के समक्ष पेश किए हैं। साथ ही चार्जशीट में बताया गया है कि इस नेटवर्क में कौन-कौन शामिल था और किसकी क्या भूमिका रही।

सितंबर 2024 में हुई थी परीक्षा, उसी वक्त उजागर हुआ था मामला
गौरतलब है कि 21 और 22 सितंबर 2024 को झारखंड के विभिन्न जिलों में JSSC-CGL परीक्षा तीन पालियों में कराई गई थी। परीक्षा के दौरान यह सामने आया कि कुछ अभ्यर्थियों को प्रश्नपत्र पहले से उपलब्ध कराए गए थे और इसके बदले उनसे मोटी रकम वसूली गई थी।

CID की जांच में सामने आया है कि परीक्षा से पहले ही एक संगठित गिरोह सक्रिय था, जो उम्मीदवारों को पेपर लीक कर पैसे वसूल रहा था। पूरे रैकेट की परतें अब धीरे-धीरे खुल रही हैं, और इसमें शामिल सभी लोगों की जिम्मेदारी तय करने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है।

Related Articles