अलविदा दिशोम गुरू: रुंधे गले और बरसते आंसू के साथ शिबू सोरेन को अंतिम विदाई, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दी मुखाग्नि
Goodbye Dishom Guru: Last farewell to Shibu Soren with choked throat and flowing tears, Chief Minister Hemant Soren lit the funeral pyre

रांची। दिशोम गुरु शिबू सोरेन आज पंचतत्व में विलीन हो गये। उनके अंतिम संस्कार में देश भर के दिग्गज नेता जुटे। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे के अलावे आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह सहित कई नेता मौजूद रहे। केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम, पूर्णिया से सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव, टीएमसी सांसद डेरेक ओ’ब्रायन सहित विभिन्न दलों के वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।
पप्पू यादव ने उन्हें संघर्ष का प्रतीक बताते हुए भारत रत्न देने की मांग की।झामुमो के संरक्षक शिबू सोरेन को उनके बड़े बेटे और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान लोगों ने शिबू सोरेन अमर रहे के नारे लगाए। उनके बड़े बेटे और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान परिवार के सदस्य, झारखंड के कई बड़े नेता और बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
परिवार के सदस्य, झारखंड के कई बड़े नेता और बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे। 81 वर्षीय शिबू सोरेन का निधन सोमवार सुबह हुआ था। उनके निधन पर राज्य सरकार ने तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है।नगाड़ों की गूंज और ‘वीर शिबू सोरेन अमर रहें’ के नारों के बीच अंतिम यात्रा निकाली गई।
रास्तों और घाट पर इतनी भीड़ थी कि पांव रखने की भी जगह नहीं थी। रांची से रामगढ़ जाते समय जगह जगह लोग उनको श्रद्धांजलि दे रहे थे। सड़क किनारे खड़े होकर समर्थक शिबू सोरेन अमर रहे के नारे लगा रहे थे।
अंतिम यात्रा जैसे ही श्मशान पहुंची, मूसलाधार बारिश शुरू हो गई, लेकिन इसके बावजूद जनसैलाब पीछे नहीं हटा। लोगों ने बारिश में भीगते हुए अपने नेता को अंतिम विदाई दी। पार्थिव शरीर को जैसे ही मुखाग्नि दी गई, वहां मौजूद हर आंख नम थी। अंतिम संस्कार से पूर्व उन्हें सशस्त्र बलों की टुकड़ी ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। तिरंगे में लिपटा उनका पार्थिव शरीर जैसे ही नेमरा पहुंचा, गांववासियों की भीड़ उमड़ पड़ी।