झारखंड : धनबाद में बढ़ रहे चिकन पॉक्स के मामले, 200 से ज्यादा संक्रमित
Jharkhand: Chicken pox cases increasing in Dhanbad, more than 200 infected

- स्वास्थ्य विभाग और विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दिया निर्देश, संपर्क में आने से बचें, विभिन्न जगहों पर लिए जा रहे हैं सैंपल
धनबाद : झारखंड की कोयला नगरी धनबाद में चिकन पॉक्स के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक लगातार इसकी चपेट में आ रहे हैं। इस वजह से पूरे शरीर पर दानेदार फोफले हो जा रहे हैं। सिर से लेकर पैर तक फोफले उभर रहे हैं। सबसे ज्यादा परेशानी छोटे बच्चों को हो रही है। एक से लेकर 8 दिनों तक लगातार चिकन पॉक्स से लोग परेशान हो रहे हैं। बुखार के साथ बदन दर्द हो रहा है। शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल और सदर अस्पताल में काफी संख्या में हर दिन मरीज पहुंच रहे हैं। मेडिसिन विभाग, शिशु रोग विभाग और चर्म रोग विभाग में हर दिन मरीजों की संख्या बढ़ रही है। दूसरी और स्वास्थ्य महकमा के जिला महामारी रोग नियंत्रण विभाग की ओर से अब तक 50 मरीजों को चिह्नित किया गया है। विभागीय आंकड़ों की मानें तो यह संख्या 200 के ऊपर हो गई है। इस मामले पर विश्व स्वास्थ्य संगठन भी निगरानी रख रहा है।
हर प्रखंड में मिल रहे हैं चिकन पॉक्स के मरीज
जिले के हर प्रखंड में इन दोनों चिकन पॉक्स के मरीज मिल रहे हैं। पिछले दिनों स्वास्थ्य विभाग की टीम ने झरिया, टुंडी प्रखंड, बलियापुर प्रखंड, शहर के हीरापुर, धनसार, पुराना बाजार, मटकुरिया, भूली आदि इलाकों का दौरा किया, जहां तेजी से मामले बढ़ रहे हैं। लगभग 20 से ज्यादा सैंपलिंग करके स्वास्थ्य विभाग की टीम ने जांच के लिए इसे रिम्स रांची भेजा है।
मौसम बदलने से तेजी से संक्रमित हो रहे हैं लोग
कोयलांचल में लगातार मौसम बदल रहा है, कभी तीखी धूप तो कभी बारिश हो रही है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रतिनिधि डॉक्टर अमित कुमार तिवारी की मानें तो धनबाद में इस मौसम में सबसे ज्यादा चिकन पॉक्स के मामले मिलते हैं। पिछले वर्ष भी अप्रैल से जून तक चिकन पॉक्स के सबसे ज्यादा मामले मिले थे। उन्होंने बताया कि बुखार होने पर पेरासिटामोल दिया जा सकता है। लगभग 7 दिनों के बाद यह धीरे-धीरे ठीक हो जाता है। सरकारी स्तर पर इसके लिए अभी तक कोई वैक्सीन नहीं है। हालांकि निजी स्तर पर बाजार में वैक्सीन उपलब्ध है।
इन बातों का रखें ध्यान
- साफ सफाई का पूरा ध्यान रखें
- धूप में ज्यादा देर तक न रहें, धूप से आकर तुरंत ठंडा पानी न पीएं
- संक्रमित होने पर व्यक्ति को आइसोलेट कर दें
- रोगी के पहने हुए कपड़े खाने अथवा किसी चीज से संपर्क ना करें
- यह काफी उच्च संक्रमित रोग है, इसलिए रोगी से सीधे संपर्क में आने से बचे