राजस्थान : जैसलमेर की बहुचर्चित कलेक्टर टीना डाबी के नाम साइबर ठगी के प्रयास का मामला सामने आया है। डीएम की फोटो लगाकर व्हाट्सएप के जरिए राज्य सरकार की अधिकारी से अमेजॉन गिफ्ट कार्ड मांगा गया। पुलिस ने इस मामले के आरोपी को डूंगरपुर से गिरफ्तार कर लिया है।

असल में सोमवार शाम एक व्हाट्सएप नंबर (8320082043) से यूआईटी सेक्रेटरी सुनीता चौधरी के व्हाट्सएप नंबर पर मैसेज आता है, और उनसे अमेजॉन गिफ्ट कार्ड मांगा जाता है। इस नंबर पर कलेक्टर टीना डाबी की डीपी लगी हुई थी।

यूआईटी सचिव सुनीता चौधरी ने बताया कि कलेक्टर टीना डाबी के नाम से मुझे अंग्रेजी में मैसेज आया और अमेजॉन गिफ्ट कार्ड के बारे में पूछा गया। मुझे यकीन हो गया कि शायद मैडम को कोई काम होगा। लेकिन मैं अमेजन इस्तेमाल नहीं करती, इसलिए बात नहीं बनी। फिर मैंने कलेक्टर मैडम को जब फोन किया तो उन्होंने कोई भी मैसेज भेजने से मना किया। तब जाकर पता चला कि मेरे साथ साइबर ठगी का प्रयास हुआ।

उधर जिला कलेक्टर टीना डाबी ने बताया कि उनको जब इस फेक आईडी की जानकारी मिली तो मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी भंवरसिंह नाथावत को इसकी सूचना दी गई। एसपी जैसलमेर ने नंबर ट्रेस करके पता किया तब वह डूंगरपुर में मिला। एसपी जैसलमेर डूंगरपुर एसपी को इसकी जानकारी दी।

एसपी नाथावत ने बताया कि एक युवक को डीटेन किया गया और उसे पूछताछ की जा रही है। साथ ही इस मामले की जांच पड़ताल की जा रही है कि आखिर यूआईटी सेक्रेटरी का नंबर आरोपी के पास कैसे आया। वही कलेक्टर टीना डाबी ने लोगों से अपील करके कहा है कि उनके पास उनका एक ही नंबर है जो ऑफिशियल है, इसीलिए लोग सावधान रहें।

गौरतलब है कि कलेक्टर टीना डाबी सोशल मीडिया साइट पर काफी सक्रिय रहती है। खासकर सोशल साइट इंस्टाग्राम पर 1.6 milion उनके फॉलोअर्स है।

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