दुमका । सिद्धू कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के पूर्व डीएसडब्ल्यू (डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर) डॉ गौरव गंगोपाध्याय उर्फ गौरव गांगुली को मुफस्सिल थाना पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। डॉ गौरव गांगुली की गिरफ्तारी देवघर के वनपास टाउन स्थित उनके आवास से हुई। दुमका एसपी अंबर लकड़ा के आदेश पर हुई गिरफ्तारी के बाद उन्हें दुमका के अदालत में पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

दुमका के अनुमंडल पुलिस अधिकारी नूर मुस्तफा अंसारी ने जानकारी देते हुए बताया कि, डीएसडब्ल्यू के खिलाफ 7 जनवरी 2020 को देवघर के राजेश कुमार दास द्वारा दुमका के sc-st थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।घंटी आधारित सहायक प्रध्यापक की नियुक्ति के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी राजेश कुमार दास ने दर्ज प्राथमिकी में गंगोपाध्याय पर जातिसूचक गाली देते हुए अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाया था। उन पर आरोप है कि 6 जनवरी 2020 को जब राजेश नियुक्ति के बारे में जानकारी लेने गया था तभी डीएसडब्ल्यू ने उसे जातिसूचक गालियां दी और अभद्र व्यवहार किया था।

नूर मुस्तफा ने बताया कि दुमका के एसटी एससी थाना में मामला दर्ज होने के 2 वर्ष 8 माह बाद राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने भी पूर्व डीएसडब्ल्यू को गिरफ्तार करने का आदेश दिया था। 9 सितंबर को आयोग के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अरुण हलधर ने इस मामले की दिल्ली में सुनवाई की थी जिसमें एसपी के प्रतिनिधि के रूप में वो गए। सुनवाई के दौरान सिद्धू कान्हु मुर्मू विश्वविद्यालय का भी प्रतिनिधि प्रोप्क्टर डॉ काशीनाथ झा भी मौजूद थे।

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