झारखंड : JPSC अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर भाजपा ने कसा तंज,भानु प्रताप ने दी बसंत सोरेन को बधाई!

झारखंड में जेपीएससी चेयरमैन की नियुक्ति बड़ा मुद्दा बना हुआ है. अभ्यर्थी लगातार सरकार से अध्यक्ष की मांग कर रहे हैं. कई परीक्षाएं अधर पर लटकी हुई हैं. अभ्यर्थी बीते तीन दिनों से जेपीएससी कार्यालय का घेराव कर रहे हैं. और अब विपक्ष को भी सरकार पर हमला करने का बड़ा मौका मिल गया है. भाजपा नेता एक एक कर के हेमंत सरकार पर हमला बोल रहे हैं.
भानु प्रताप ने सरकार पर कसा तंज
बीते दिनों भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरा,वहीं अब पूर्व विधायक भानु प्रताप शाही ने भी हेमंत सरकार पर तंज कसा है. भानु प्रताप शाही ने जेपीएससी अध्यक्ष पद की नियुक्ति नहीं किए जाने पर हेमंत सरकार पर तंज कसते हुए ट्वीट किया है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि छात्रों के जेपीएससी चेयरमैन की नियुक्ति रंग लाई. हेमंत सोरेन ने बंसत जी को एक महीना 13 दिन के लिए जेपीएससी चेयरमैन बनाया है. उन्होंने अपने आगे की पोस्ट में लिखा कि बधाई बसंत जी, धन्यवाद हेमंत जी.
बाबूलाल मरांडी ने हमला बोला
जेपीएससी चेयरमैन की नियुक्ति न होने पर बाबूलाल मरांडी ने भी गुरुवार को झारखंड सरकार पर सोशल मीडिया के जरिये हमला बोला था और आयोग को पंगु करार दिया था. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि
पिछले 6 महीनों से बिना अध्यक्ष के JPSC पंगु बन चुका है। लाखों मेधावी छात्र, जिन्होंने अपना सबकुछ दांव पर लगाकर परीक्षा दी, आज उनके भविष्य पर ग्रहण लग गया है। न कोई परिणाम, न अगली प्रक्रिया, बस असमंजस, इंतजार और अनिश्चितता! राज्य सरकार की बेरुखी ने लाखों युवाओं की मेहनत पर पानी फेर दिया है। युवाओं के भविष्य की बारी आई, तो पूरा सिस्टम मौन है। मुख्यमंत्री @HemantSorenJMM जी से आग्रह है कि बेरोजगार युवाओं के प्रति संवेदनशीलता का परिचय देते हुए यथाशीघ्र JPSC अध्यक्ष पद की नियुक्ति कर युवाओं की समस्या का निदान करें।
बता दें कि गुरुवार को राजधानी रांची में अभ्यर्थियों ने जेपीएससी का पिंडदान का आयोजन और ब्रह्म भोज कर सरकार के रवैये की आलोचना की थी. भाजपा युवा मोर्चा के अध्यक्ष ने भी अभ्यर्थियों की मांग का समर्थन करते हुए जल्द से जल्द अध्यक्ष की नियुक्ति करने को कहा था.
इन परीक्षाओं का रिजल्ट पेंडिंग
मालूम हो कि झारखंड लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष का पद खाली रहने की वजह से 11वीं से 13 वीं सिविल सेवा मुख्य परीक्षा सहित आधा दर्जन से अधिक परीक्षाएं लटकी हुई हैं. आयोग में 22 अगस्त 2024 से अध्यक्ष का पद खाली है.
तत्कालीन अध्यक्ष नीलिमा केरकेट्टा का कार्यकाल खत्म होने के बाद से किसी को भी न तो कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है और न ही नए अध्यक्ष का मनोनयन हुआ है. ऐसे में छात्र लगातार अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर आंदोलन कर रहे हैं, मगर सरकार के द्वारा लगातार जल्द से जल्द नियुक्ति का आश्वासन ही दिया जा रहा है.
जेपीएससी ने पीटी का रिजल्ट 22 अप्रैल 2024 को जारी किया था जिसमें 7011 अभ्यर्थी सफल हुए थे. आयोग ने मुख्य परीक्षा का परिणाम जारी करने की घोषणा भी कर दी थी, मगर आयोग के अध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त होने के बाद इस पर ग्रहण लग गया. नीलिमा केरकेट्टा के बाद जेपीएससी को ना तो कोई नया अध्यक्ष मिला और ना ही किसी सदस्य को कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर कामकाज चलाया गया. ऐसे में रिजल्ट की आस लगाए हजारों छात्र जेपीएससी चेयरमैन की नियुक्ति को लेकर आंदोलन पर उतारू हैं.
अभ्यर्थी नौकरी के इंतेजार में सड़क में हैं और सरकार इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं. सीएम से लेकर मंत्री विधायक तक इस मुद्दे पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं. अब सरकार कब इ अभ्यर्थियों की फरियाद सुन अध्यक्ष की नियुक्ति करती है ये तो समय आने पर ही पता चल पाएगा.