झारखंड: चतरा में नक्सली से मुठभेड़ में शहीद नालंदा के लाल के पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव राजगीर प्रखंड क्षेत्र के चकपर गांव लाया गया। जहां शहीद चितरंजन कुमार को सैन्य सम्मान के साथ नम आंखों से विदाई दी गई। शहीद के शव को हेलीकॉप्टर से नालंदा लाया गया था।
शहीद चितरंजन कुमार के पार्थिव शरीर को पहुंचते ही सभी की आंखें नम हो गई। शहीद जवान अमर रहे के नारे लगने लगे। पार्थिव शरीर को शहीद की पत्नी जूही कुमारी ने भारी मन से कंधा दिया। इस मौके पर नालंदा जिले के आला अधिकारी डीएम शशांक शुभंकर, एसपी अशोक मिश्रा, सांसद कौशलेंद्र कुमार, राजगीर विधायक कौशल किशोर सहित परिवार एवं सैकड़ों ग्रामीण मौजूद थे।
झारखंड के चतरा स्थित बूढ़ापहाड़ी में बीते 16 तारीख को नक्सलियों से मुठभेड़ के दौरान सेना के जवान गोली लगने से जख्मी हो गए थे। इलाज के लिए रांची के रिम्स में भर्ती कराया गया था। जहां देर रात इलाज के दौरान ही उनकी मौत हो गई थी।
राजगीर में किया गया अंतिम संस्कार
चतरा पुलिस मुठभेड़ में हुए शहीद
झारखंड के चतरा में पुलिस नक्सली मुठभेड़ में बुरी तरह घायल हुए सीआरपीएफ जवान चितरंजन कुमार की इलाज के दौरान रांची के एक अस्पताल में मौत हो गई थी। रविवार 18 सिंतबर को चतरा के प्रतापपुर थाना क्षेत्र के चतरा-पलामू सीमा पर स्थित बिरमाटकुम जंगल में हुए मुठभेड़ में सीआरपीएफ 190 बटालियन के जवान चितरंजन कुमार घायल हो गए थे। चितरंजन कुमार को एयरलिफ्ट कर बेहतर इलाज के लिए रांची लाया गया था।
पैर और कमर में लगी गोली
चतरा में पुलिस नक्सली मुठभेड़ में शहीद हुए सीआरपीएफ जवान चितरंजन कुमार ने नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। मुठभेड़ के दौरान जवान के पेट में एक गोली लगी तथा 2 गोली उनके जांघ में लगी थी। जिससे वे घायल हो गए थे। इस मुठभेड़ के दौरान कुल 4 से अधिक नक्सलियों को भी गोली लगी थीं। जिसके बाद घायल नक्सलियों को उनके साथी लेकर जंगल से भागने में सफल रहे।