बिहार टीचर रिजल्ट : परीक्षा परिणाम जारी करने से पहले BPSC का एक और फैसला, जानिये भाषा का अंक कब मेधा सूची में जुड़ेगा

पटना। BPSC ने शिक्षक भर्ती के दूसरे चरण में एक से पांच तक की कक्षा को छोड़कर अन्य सभी वर्गों के विषयों में भाषा के लिए जरूरी अर्हता समाप्त कर दी । मंगलवार को बिहार लोक सेवा आयोग के परीक्षा नियंत्रक की ओर से इस संबंध में एक और शुद्धि पत्र जारी किया गया है। नये निर्देश के मुताबिक वर्ग 1-5 के भाग 1 भाषा अहर्ता के प्राप्तांक को मेधा सूची तैयार करने में प्रयोग करने के जारी आदेश में संशोधन करते हुए ये फैसला लिया गया है कि प्रांप्तांक को द्वितीय टाई ब्रेकर की स्थिति में मेधा सूची तैयार करने में प्रयोग में लाया जायेगा।
आपको बता दें कि पहले भाग में भाषा की 30 अंकों की परीक्षा में नौ अंक लाना अनिवार्य कर दिया था. अब इसे हटा दिया है. नौ अंक सिर्फ क्वालीफाई के लिए रखा गया था. इसे पूरी तरह से समाप्त कर दिया है। वहीं आयोग ने कक्षा 6 से 8 की अभ्यर्थियों को जिन्होंने डीएलएड का सर्टिफिकेट जमा किये हैं, वैसे अभ्यर्थियों को आयोग ने 20 दिसंबर तक दो दिन का सुधार करने का मौका दिया है। अभ्यर्थी अपना डीएलएड का सर्टिफिकेट हटाकर Bed का सर्टिफिकेट अपलोड कर सकते हैं। कक्षा 6 से 8 में Bed अनिवार्य है और डीएलएड का मान्य नहीं होगा।
बता दें कि कई अभ्यर्थी ऐसे हैं जो डीएलएड के साथ-साथ बीएड किए हुए हैं. ऐसे में 6 से 8 कक्षा में इन अभ्यर्थियों को डीएलएड का सर्टिफिकेट बदलकर Bed का सर्टिफिकेट अपलोड कर सकते हैं। आयोग के वेबसाइट पर जाकर शिक्षक अभ्यर्थी डीएलएड की जगह Bed का सर्टिफिकेट अपलोड कर सकते हैं।
बता दें कि भाषा विषय की परीक्षा में 22 प्रश्न हिंदी और 8 प्रश्न अंग्रेजी के पूछे गए थे. जिसमें से अभ्यर्थियों को 9 अंक लाना अनिवार्य था, लेकिन अब माध्यमिक और उच्च माध्यमिक के अभ्यर्थियों के लिए भाषा विषय में पास करने की अनिवार्यता खत्म हो गई है. 150 अंकों के प्रश्न में शुरुआती 30 प्रश्न भाषा विषय के थे और शेष 120 प्रश्न विषय से संबंधित प्रश्न थे.अब माध्यमिक में कक्षा 6-8 और 9-10 के साथ-साथ उच्च माध्यमिक में कक्षा 11-12 के अभ्यर्थियों को अपने मुख्य विषय और जीएस में उत्तीर्ण होना अनिवार्य है.