पटना । पुरानी पेंशन की लड़ाई अब बिहार में तेज हो गयी है। OPS को लेकर नीतीश सरकार का ध्यान आकृष्ट कराने के लिए प्रदेश के लाखों कर्मचारी 1 सितंबर को काला दिवस मनायेंगे। इस दिन पूरे प्रदेश भर के कर्मचारी काला बिल्ला लगाकर लेकर अपना विरोध जतायेंगे। बिहार में 1 सितंबर 2005 को OPS को बंद किया गया था और NPS को लागू किया गया था।

लिहाजा, कर्मचारी संगठनों ने 1 सितंबर को काला दिवस मनाने का फैसला लिया है। प्रदेश अध्यक्ष वरुण पांडे एवं प्रदेश महासचिव शशि भूषण द्वारा इस संबंध में मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, वित्त मंत्री, तथा मुख्य सचिव को ज्ञापन सौंपा है।

आपको बता दें कि बिहार में नई पेंशन योजना के तहत लगभग ढाई लाख अधिकारी एवं कर्मचारी आते हैं और यह सभी अधिकारी एवं कर्मचारी दिनांक 1 सितंबर 2022 को नई पेंशन प्रणाली के विरोध में काला दिवस के रूप में मनाते हुए काली पट्टी लगाकर अपने कार्यों का निष्पादन करेंगे।

प्रदेश अध्यक्ष द्वारा बताया गया कि इस कार्य में राज्य के लगभग सभी सेवा संवर्ग के लोग शामिल होंगे और 13 अगस्त को बैठक में लगभग सभी सेवा संवर्ग के पदाधिकारियों द्वारा सर्वसम्मति से 1 सितंबर को काले दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है।

एनएमओपीएस बिहार की टीम पुरानी पेंशन लागू करने हेतु चरणबद्ध आंदोलन के मूड में है। राजस्थान, छत्तीसगढ़ एवं पड़ोसी राज्य झारखंड में पुरानी पेंशन योजना लागू होने के उपरांत प्रदेश में भी पुरानी पेंशन योजना लागू करने की मांग जोर पकड़ने लगी है.

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