बड़ी खबर : शिक्षिका को ब्लास्ट से उड़ाने की प्लानिंग, 8वीं की छात्राओं व छात्रों ने स्कूल में किया ब्लास्ट, एक छात्रा घायल, 4 छात्र-छात्राएं गिरफ्तार
Big news: Planning to blow up a teacher, 8th class girls and boys carried out a blast in the school, one student injured, 4 students arrested

School me Blast: शिक्षिका से नाराज चल रहे छात्र-छात्राओं ने स्कूल में ब्लास्ट कर दिया। वो तो खुकिस्मति रही कि शिक्षिका के बजाय छात्रा ब्लास्ट का शिकार बन गयी। मामला छत्तीसगढ़ के बिलासपुर का है। दरअसल बिलासपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के मंगला रोड स्थित सेंट विंसेंट पलोटी स्कूल में जोरदार धमाका हुआ था।
शिक्षिका को उड़ाने की थी साजिश
इस ब्लास्ट में चौथी कक्षा की एक छात्रा गंभीर रूप से घायल हो गई थी। पुलिस ने अब इस मामले जांच के बाद इस मामले में आठवीं कक्षा के दो छात्र और दो छात्राओं को गिरफ्तार किया गया है। स्कूल प्राचार्य की शिकायत पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू की थी।
जांच में प्रमाण मिलने के बाद चारों विद्यार्थियों को हिरासत में लिया गया है। प्रारंभिक जांच के अनुसार, आरोपित विद्यार्थियों ने एक शिक्षिका को निशाना बनाने के इरादे से पटना से ऑनलाइन विस्फोटक मंगवाया था, जिसे बाथरूम में लगाया गया। हालांकि, इसकी चपेट में चौथी कक्षा की छात्रा स्तुति मिश्रा आ गई और गंभीर रूप से घायल हो गई।
एक छात्रा हुई थी ब्लास्ट का शिकार
पुलिस पूछताछ में पता चला कि धमाके से पहले आठवीं कक्षा की एक छात्रा बाथरूम में गई थी। घायल छात्रा ने रोते हुए उसी छात्रा की ओर इशारा किया था। जब स्कूल प्रबंधन और पुलिस ने संदिग्ध छात्रा से पूछताछ की, तो उसने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर यह धमाका करने की बात स्वीकार कर ली।
ऑनलाइन मंगाया था विस्फोटक
आरोपियों ने बताया कि वे केवल शरारत कर रहे थे, लेकिन सूत्रों के अनुसार, उनका असली मकसद एक शिक्षिका को निशाना बनाना था।घटना के बाद, बढ़ते आक्रोश और अभिभावकों के विरोध को देखते हुए स्कूल प्रबंधन ने अज्ञात दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी।
आठवीं के इन छात्रों ने 15 दिन पहले ही स्नैपडील एप से ऑनलाइन सोडियम मंगाया गया था। इसमें आठवीं के एक छात्र ने अपने बुआ के मोबाइल से इसका आर्डर किया था। पुलिस बुआ से भी पूछताछ कर सकती है। जांच में यह बात भी सामने आई है कि, इन पांचों स्टूडेंट ने मिलकर कुछ दिन पहले भी इसी सोडियम से एक ब्लास्ट किया था। इसे लेकर हंगामा मचा था लेकिन स्कूल प्रबंधन ने दबा दिया था। दूसरी ओर स्कूल में हुई इस घटना से अभिभावकों में काफी गुस्सा है। शनिवार की सुबह अभिभावकों ने स्कूल में जमकर हंगामा मचाया। इसके साथ ही मानवाधिकार और बाल अधिकार संरक्षण की टीम भी स्कूल पहुंची और प्रबंधन से बात की।
जांच में ये भी हुआ बड़ा खुलासा
जांच में बात सामने आई है कि आठवीं के इन पांचों छात्रों ने मिलकर 15 दिन पहले ही स्नैपडील एप से आनलाइन सोडियम मंगाया गया था। इसमें आठवीं के एक छात्र ने अपने बुआ के मोबाइल से इसका आर्डर किया था। इसकी जानकारी बुआ को थी या नहीं इस बारे में पुलिस अपनी जांच कर रही है।
सबसे बड़ी बात कि इस खतरनाक सोडियम को आनलाइन मंगाकर यह स्टूडेंट उसे स्कूल में लेकर घूमते रहे और स्कूल प्रबंधन को जानकारी तक नहीं लगी। एक सप्ताह पहले भी स्कूल परिसर में इसी सोडियम से एक ब्लास्ट हुआ था। किसी को चोंट नहीं लगी तो प्रबंधन ने मामले को दबा दिया। हालांकि उस समय भी इन्ही पांचों स्टूडेंट का नाम सामने आया था।
चार छात्र-छात्राएं गिरफ्तार, 5 छात्र हुए थे निष्कासित
पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 124 ए (ज्वलनशील पदार्थ का उपयोग कर किसी को हानि पहुंचाने) के तहत मामला दर्ज किया। दोषियों की पहचान होने के बाद, पुलिस ने जेजे एक्ट के तहत सभी चार आरोपियों को हिरासत में लिया है और उन्हें बाल न्यायालय में पेश करने की तैयारी कर रही है।
यह धमाका शुक्रवार सुबह सवा दस बजे हुआ, जब स्कूल में परीक्षाएं चल रही थीं। बाथरूम में विस्फोट के दौरान दस वर्षीय छात्रा स्तुति मिश्रा गंभीर रूप से घायल हो गई। उसे तुरंत बर्न केयर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। घटना के अगले दिन, शनिवार को अभिभावकों ने स्कूल में विरोध प्रदर्शन किया। बढ़ते दबाव को देखते हुए, स्कूल प्रबंधन ने घटना में शामिल छह विद्यार्थियों को स्कूल से निष्कासित कर दिया।