देवघर। …आखिरकार देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री को झटका लग ही गया। चुनाव आयोग ने देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ को चुनाव कार्य से हटा दिया है। अब देवघर के जिला निर्वाचन पदाधिकारी के रूप में डीडीसी ही सभी निर्वाचन संबंधी कार्य करेंगे। नियम के अनुरुप जिले के डीसी ही जिला निर्वाचन पदाधिकारी होते हैं। चुनाव कार्य कलेक्टर सह जिला निर्वाचन अधिकारी ही निभाते हैं, लेकिन देवघर डीसी ऐसा नहीं कर पायेंगे।
भारत निर्वाचन आयोग ने अधिसूचना जारी की है। भारत निर्वाचन आयोग के प्रधान सचिव अरविंद आनंद ने जारी पत्र में कहा है कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950(43) की धारा 13क की उपधारा(1) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए झारखंड सरकार के परामर्श से आयोग ने पांच दिसंबर, 2003 की अपनी अधिसूचना संख्या 508/Jhar/2003 में संशोधन किया है। देवघर डीसी की सांसद निशिकांत दुबे ने शिकायत की थी।
मधुपुर विधानसभा के लिए हुए उपचुनाव के दौरान गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने चुनाव आयोग को शिकायत दर्ज करायी थी। शिकायत के मद्देनजर आयोग ने उक्त आशय का निर्देश जारी किया है। इस तरह देवघर डीसी को लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने अपनी स्थिति साफ कर दी है। मधुपुर उपचुनाव के दौरान बीजेपी ने देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री और मधुपुर एसडीओ पर जेएमएम कार्यकर्ता की तरह काम करने का आरोप लगाया था।
इतना ही नहीं, एनडीए नेताओं के घरों से बीजेपी का झंडा उतरवाने का भी आरोप लगाया था। यहां यह भी बता दें कि झारखंड के मंत्री हाजी हुसैन अंसारी के निधन के बाद देवघर के मधुपुर में उपचुनाव कराया गया था। इस उपचुनाव में दिवंगत हाजी हुसैन के बेटे हफीजुल हसन ने एनडीए की तरफ से बीजेपी प्रत्याशी गंगा नारायण सिंह को हराया था।