रांची। भाजपा को रांची में बड़ा झटका लगने वाला है। लोकसभा चुनाव के पहले भाजपा के पूर्व सांसद रामटहल चौधरी ने पाला बदल लिया है, वो कांग्रेस में शामिल हो गये हैं। हालांकि पहले ही इस बात की चर्चा थी कि रामटहल चौधरी भाजपा छोड़ने वाले हैं। आज उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन कर लिया है। अब चर्चा है कि कि रामटहल चौधरी रांची से उम्मीदवार होंगे। जाहिर है, रामटहल चौधरी के उम्मीदवार बनने के बाद सुबोधकांत सहाय का पत्ता कट जायेगा।

रामटहल चौधरी ने दिल्ली में पार्टी सदस्यता ली। तीन बार के भाजपा सांसद रहे रामटहल चौधरी के कांग्रेस में शामिल होने के बाद रांची सांसद और मौजूदा प्रत्याशी संजय सेठ की मुश्किलें बढ़ सकती है। पार्टी ने राम टहल चौधरी का ही टिकट काटकर संजय सेठ को टिकट दिया था, पार्टी ने इस बार भी उन्हें प्रत्याशी बनाया है। दिल्ली में कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा, झारखंड प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर, झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश कुमार ठाकुर और मंत्री आलमगीर आलम भी मौजूद थे।

आपको बता दें कि रांची लोकसभा महतो बहुल लोकसभा क्षेत्र है, जाहिर है पार्टी रामटहल चौधरी पर दांव जातिगत समीकरण के आधार पर लगाने वाली है। सुबोधकांत जैसे दिग्गज नेता का अगर टिकट कटता है, तो इसके पीछे की बड़ी वजह यही होगी। पूरजोर चर्चा है कि आज ही शाम तक कांग्रेस पार्टी रांची, धनबाद और गोड्डा के अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर देगी । रामटहल चौधरी कुरमी के बड़े नेता हैं। तीन बार सांसद होने की वजह से उनका क्षेत्र में ब़ड़ा जनाधार भी है। वो रांची लोकसभा की बारीकियों को भी जानते हैं।

जाहिर है कांग्रेस अगर रामटहल चौधरी पर दांव आजमाने जा रही है, तो उसके पीछे जातिगत समीकरण के साथ-साथ कई और फैक्टर भी है। लंबे अरसे तक भाजपा के कद्दावर नेता रहे. उन्होंने कई बार सुबोधकांत सहाय को चुनाव में पराजित किया। इस बार सुबोधकांत सहाय का टिकट काटकर रामटहल चौधरी को टिकट देने का फैसला कांग्रेस पार्टी ने किया है, इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि रांची लोकसभा क्षेत्र में महतो वोटर्स की संख्या बहुत अधिक है।

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