हजारीबाग। फाइनेंस कंपनी अब गुर्गों के जरिये वसूली नहीं करा सकेगी। हजारीबाग में ट्रैक्टर से कुचलकर गर्भवती महिला की हत्या मामले में RBI ने बड़ा एक्शन लिया है। आरबीआई ने महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (एमएमएफएसएल) को तीसरे पक्ष के एजेंटों के जरिये ऋण वसूली या संपत्ति वापस कब्जे में लेने से रोक दिया गया है।

आरबीआई ने निर्देश में कहा है कि महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड अपने कर्मचारियों के जरिये वसूली या कब्जे की गतिविधियों को जारी रख सकती है। बयान में कहा गया है, भारतीय रिजर्व बैंक ने आज महिंद्रा एंड महिंद्रा फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड (एमएमएफएसएल), मुंबई को आउटसोर्सिंग व्यवस्था के जरिये किसी भी वसूली या कब्जे की गतिविधि को तुरंत बंद करने का निर्देश दिया है। RBI के मुताबिक यह कार्रवाई उक्त एनबीएफसी (गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी) की आउटसोर्सिंग व्यवस्था में देखी गई पर्यवेक्षी चिंताओं पर आधारित है।

आपको बता दें कि पिछले दिनों हजारीबाग के इचाक में एक गर्भवती महिला को फाइनेंस कंपनी के वसूली टीम के गुर्गों ने ट्रैक्टर से कुचल दिया था। इचाक के एक किसान ने 2018 में लोन से ट्रैक्टर लिया था। लाकडाउन के दौरान 14.300 मासिक किश्त का 6 इस्टालमेंट बकाया हो गया था। कंपनी के रिकवरी एजेंट ने ब्याज और पेनाल्टी जोड़कर ये रकम 1.70 लाख कर दिया था। 15 सितंबर को रिकवरी एजेंट आकर ट्रैक्टर ले जाने लगे। जब गर्भवती महिला मोनिका ने रिकवरी एजेंट को रोकने की कोशिश की तो एजेंटों ने महिला को ट्रैक्टर से कुचलकर मार डाला।

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