भ्रष्टाचार पर बड़ा एक्शन : 2 इंजीनियरों के खिलाफ मुकदमे की CM हेमंत सोरेन ने दी इजाजत…..इन गंभीर आरोपों में फंसे है…

रांची। भ्रष्ट अफसरों के खिलाफ झारखंड में बड़ी कार्रवाई होने वाली है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भ्रष्टाचार के मामले में 2 इंजीनियरों पर केस दर्ज करने की अनुमति दे दी है। दोनों इंजीनियर पीएचई विभाग के हैं। जिन दो इंजीनियरों पर केस दर्ज करने की अनुमति मिली है, उसनमें पेयजल एवं स्वच्छता प्रमंडल पश्चिम सिंहभूम के तत्कालीन कार्यपालक अभियंता हरेंद्र कुमार मिश्रा व पेयजल एवं स्वच्छता अवर प्रमंडल हाट गम्हरिया के तत्कालीन सहायक अभियंता दीपनारायण साहा शामिल हैं।

आरोप है कि इन इंजीनियरों पर नियमों को ठेंगा दिखाकर अपराधिक साजिश, धोखाधड़ी, वित्तीय अनियमितता सहित कई आरोपों क पुष्टि हुई है। अभियोजन की अनुमति के बाद दोनों इंजीनियर की अब मुश्किलें बढ़ गयी है। दोनों पर साल 2016 में ही पश्चिम सिंहभूम के हाटगम्हरिया थाने में मामला दर्ज किया गया था। जांच में ये बात सामने में आई है कि लघु ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत परमसाई गांव में योजना राशि प्राप्त करने के बाद योजना कार्य को अधूरा रखा। यही नहीं खराब गुणवत्ता के साथ काम करने, शर्तो के मुताबिक सामानों को इस्तेमाल नहीं करने और राशि गबन करने का आरोप है।

इनके खिलाफ पहले मिल चुकी है अभियोजन की स्वीकृति

हेहल अंचल के तत्कालीन अंचलाधिकारी अनिल कुमार सिंह के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करने
सहायक जिला कल्याण कार्यालय पलामू मनोज कुमार जिला कल्याण पदाधिकारी पलामू सुभाष कुमार विद्युत नियामक आयोग के तत्कालीन अध्यक्ष अरविंद कुमार सदस्य अभियंत्रण आरएन सिंह व मेसर्स बिहार फाउंड्री एवं कास्टिंग लिमिटेड के प्रोपराइटर गौरव बुधिया के विरुद्ध निगरानी से जांच कराए जाने की स्वीकृति दी है।

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