सावधान! झारखंड में आज मौसम विभाग ने फिर किया है खबरदार, कई हिस्सों में आंधी के साथ बरसेंगे ओले, मचेगी तबाही

Attention Today in Jharkhand, the Meteorological Department has again warned, hailstorm will rain with storm in many parts, it will cause devastation.

Jharkhand Weather: झारखंड में आज फिर मौसम को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। प्रदेश के कई हिस्सों में तेज हवाओं के साथ बारिश हो सकती है। इस दौरान ओले भी पड़ेंगे। मौसम विभाग ने झारखंड के कई जिलों में वज्रपात का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है।

 

शनिवार (22 फरवरी) को झारखंड के दक्षिणी, मध्य एवं निकटवर्ती उत्तर-पूर्व भागों में कहीं-कहीं ओलावृष्टि हो सकती है। दक्षिण-पश्चिम, मध्य एवं निकटवर्ती उत्तर-पूर्व भागों में कहीं-कहीं गरज के साथ तेज हवाएं चलेंगी. वज्रपात की भी आशंका है। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि इन जिलों में यह स्थिति 23 फरवरी को भी बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में अगले पांच दिनों के दौरान न्यूनतम तापमान में कोई बड़े बदलाव की संभावना नहीं है।

 

मौसम विभाग के ताजा अपडेट में बताया गया है कि राजधानी रांची सहित खूंटी, सरायकेला खरसावां, पश्चिमी सिंहभूम और पूर्वी सिंहभूम में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र, ने अगले 24 घंटे में राज्य के कई इलाकों में गरज, चमक, तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश और ओलावृष्टि की चेतावनी दी है।

 

आज सिमडेगा, खूंटी, रांची, रामगढ़, बोकारो, गिरिडीह, देवघर, दुमका, जामताड़ा, धनबाद, सरायकेला खरसावां, पूर्वी सिंहभूम और पश्चिमी सिंहभूम में 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से वज्रपात का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

 

Aaj Ka Mausam आज का मौसम 

जबकि गुमला, लातेहार, लोहरदगा, हजारीबाग, कोडरमा, गोड्डा, पाकुड़ और साहेबगंज में 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से वज्रपात का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान हल्की से मध्यम बारिश, वज्रपात और बिजली गिरने का अनुमान है।

 

Kal Ka Mausam कल का मौसम 

वहीं 23 फरवरी को राज्य के गुमला, रांची, सिमडेगा, खूंटी, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला खरसावां और पूर्वी सिंहभूम में वज्रपात और वज्रपात का येलो अलर्ट जारी किया गया है। इस दौरान वज्रपात की भी आशंका है. येलो अलर्ट जारी किया गया है. मौसम वैज्ञानिकों ने ऐसे मौसम में सुरक्षित स्थान पर रुकने की सलाह दी है. पेड़ के नीचे खड़े नहीं रहें. बिजली के खंभों से भी दूर रहें. किसान भी खेतों की ओर रुख नहीं करें. मौसम सामान्य होने की प्रतीक्षा करें।

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