मंईयां सम्मान योजना का लाभ: झारखंड की 50 लाख महिलाएं लाभान्वित, हर महीने खाते में आ रहे 2500 रुपये, जानिए कैसे उठाएं फायदा

Benefits of Maiyaan Samman Yojana: 50 lakh women of Jharkhand benefited, Rs 2500 coming into their accounts every month, know how to avail the benefit

झारखंड की  हेमंत सरकार ने अगस्त 2024 में मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की शुरुआत की थी. उसके बाद से यह योजना पूरे राज्य में चर्चा में बनी हुई है. हर माह लाभुकों के खाते में 2,500 रुपये ट्रांसफर हो रहे हैं. योजना सुचारु रूप से चल रही है. राशि ट्रांसफर करने के दौरान पर्व-त्यौहार का विशेष ख्याल रखा जाता है. सामाजिक सुरक्षा के निदेशक विजय कुमार के मुताबिक, अब नवंबर माह की किस्त जारी करने की तैयारी चल रही है.

लाभुकों की संख्या और राशि का वितरण

इस योजना की पहली किस्त अगस्त 2024 में 1,000 रुपये प्रतिमाह के हिसाब से जारी हुई थी. साल 2024 के विधानसभा चुनाव में मुद्दा बनने पर  सरकार ने वादा किया था कि दोबारा सत्ता में आने पर महिलाओं को हर माह मिलने वाली राशि को 1,000 रुपये से बढ़ाकर 2,500 रुपये कर दिया जाएगा. सरकार ने उस वादे को पूरा भी किया और दिसंबर माह से बढ़ी हुई राशि भी जारी होने लगी.

पहली बार 6 जनवरी 2025 को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची में आयोजित कार्यक्रम के दौरान 56 लाख 61 हजार 791 लाभुकों के खाते में 2,500 रुपये के हिसाब से 1,415 करोड़ 44 लाख रुपये ट्रांसफर करने के लिए रिमोट का बटन दबाया. तब से लगातार राशि मिल रही है. इस साल अक्टूबर माह में 51 लाख 4 हजार 168 लाभुकों के खाते में दीपावली से पहले राशि ट्रांसफर हुई थी.

 मंईयां योजना के लिए बजट में विशेष प्रावधान

 

 

राज्य सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के 1,45,400 करोड़ के अबुआ बजट में इस योजना के लिए विशेष प्रावधान किया था. सरकार ने इस योजना के लिए 13 हजार 363 करोड़ 35 लाख रुपये का आवंटन किया था. वहीं महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की ओर से इस मद में अब तक 9,900 करोड़ रुपये निर्गत किए जा चुके हैं. वर्तमान वित्तीय वर्ष (अप्रैल 2025 से अक्टूबर 2025) में औसतन 51 लाख लाभुक के हिसाब से करीब अबतक 9 हजार करोड़ के करीब राशि निर्गत हो चुकी है.बता दें कि लाभुकों की सबसे ज्यादा संख्या गिरिडीह में है. दूसरे स्थान पर रांची जिला है. तीसरे स्थान पर धनबाद, चौथे पर पलामू और पांचवे स्थान पर बोकारो जिला है. सबसे कम लाभुकों वाले जिलों में पहले पायदान पर सिमडेगा, दूसरे पर खूंटी, तीसरे पर लोहरदगा, चौथे पर रामगढ़ और पांचवे पर कोडरमा जिला है.

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