झारखंड: रिटायरमेंट से पहले कुलपति की बढ़ी मुश्किलें, राज्यपाल ने कार्यकाल में आयी शिकायतों पर जांच के दिये आदेश, कमेटी 15 दिन में देगी रिपोर्ट

झारखंड/ रांची। रिटायरमेंट के पहले रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अजीत सिन्हा की मुश्किलें बढ़ गयी है। राजभवन ने कुलपति डॉ. अजीत सिन्हा के कार्यकाल के दौरान हुई प्रशासनिक और वित्तीय अनियमितताओं की जांच के आदेश दिए हैं। राजभवन में आयी शिकायतों के आधार पर ये कार्रवाई की गयी है। राजभवन की तरफ से तमाम विभागों को इससे संबंधित पत्र भेजा गया है।

गौरतलब है कि रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अजीत सिन्हा का कार्यकाल 22 जून को समाप्त हो रहा है और नए कुलपति की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। वहीं डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में अनुबंध पर शिक्षक नियुक्ति में अनियमितता की जांच के आदेश भी राज्यपाल ने दिए हैं।

झारखंड: रांची यूनिवर्सिटी में आयी शिकायत पर राज्यपाल ने एक कमेटी बनाने का निर्देश भी दिया है, जिसमें उनके विशेष कार्य पदाधिकारी (ओएसडी) ज्यूडिशियल गतिकृष्ण तिवारी को भी सदस्य बनाया गया है। यह कमेटी 15 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट देगी। कुलपति पर आरोप है कि उन्होंने बिना टेंडर के कार्य कराए, सीनेट भवन और कुलपति चेंबर का निर्माण करवाया।

शिक्षकों का स्थानांतरण दुर्भावना से प्रेरित होकर किया और नैक दौरे के नाम पर फिजूल खर्च किया। जानकारी के मुताबिक राजभवन के एसीएस डॉ. नितिन मदन कुलकर्णी ने पत्र जारी कर जांच प्रक्रिया शुरू करने को कहा है।

प्रशासनिक मामलों की जांच का जिम्मा उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव राहुल पुरवार को सौंपा गया है. वहीं वित्तीय मामलों की जांच के लिए वित्त विभाग के प्रधान सचिव को पिछले तीन वर्षों का विशेष ऑडिट कराने का निर्देश दिया गया है।

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