रांची। झारखंड में बिजली दर बढ़ने से आमलोगों को बड़ा झटका लगा है। इधर बिजली की कीमत बढ़ाने को लेकर चंपाई सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गयी है। राज्य विद्युत नियामक आयोग (JSERC) ने बुधवार (28 फरवरी) को राज्य में बिजली दर में 7.66 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। नई दरों के तहत, ग्रामीण क्षेत्रों में घरेलू उपभोक्ताओं को 5.80 रुपये की जगह 6.30 रुपये प्रति यूनिट का भुगतान करना होगा, जबकि शहरी उपभोक्ताओं को 6.30 रुपये की जगह 6.65 रुपये प्रति यूनिट का भुगतान करना होगा।

इधर बिजली की कीमत बढ़ने को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने चंपाई सरकार पर बड़ा हमला बोला है। बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया X पर लिखा है कि गठबंधन सरकार ने दिया परिवारजनों को दिया एक और टका, पहले से महंगी बिजली कर दी गयी। झारखंड राज्य विद्युत नियामक आयोग ने 2023-24 के लिए बिजली टैरिफ की घोषणा की। जिसमें अब झारखंड के उपभोक्ताओं को प्रति यूनिट 35 पैसे अधिक चुकाने होंगे। वहीं, ग्रामीण इलाकों के बिजली उपोभोक्ताओं को प्रति यूनिट 50 पैसे ज्यादा भुगतान करना होगा।

मरांडी ने कहा कि साथ ही फिक्स्ड चार्ज भी अब अधिक देना होगा। एग्रीकल्चर में जहां पूर्व में ग्राहकों को ₹5 प्रति यूनिट के हिसाब से चार्ज देने पड़ते थे, तो अब उसमें 30 पैसे की बढ़ोत्तरी की गई है,अब उपभोक्ताओं को 5.30 रुपए देने होंगे। एग्रीकल्चर मीटर चार्ज की भी बढ़ोतरी 10 रुपए की हुई है, जहां अब 40 की जगह ₹50 उपभोक्ताओं को देने होंगे।

झारखंड के भविष्य को पहले ही अंधकारमय कर चुकी गठबन्धन सरकार,अब झारखंडवासियों को बिजली दर बढ़ाकर अंधेरे में रहने को विवश कर रही है। ग्रामीण इलाकों में शहरी क्षेत्रों की अपेक्षा अधिक बिजली दर ने यह साबित कर दिया कि अमीरों की इस गठबंधन सरकार में गरीबों पर अभी और जुल्म और अत्याचार किया जाना बाकी है।

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