झामुमो के पोस्टर में भाजपा का प्रत्याशी: पोस्टर देखकर भन्नाये बाबूलाल मरांडी, बोले, ये तो मतदाताओं के साथ धोखाधड़ी कर रहा

BJP candidate in JMM's poster: Babulal Marandi got angry after seeing the poster, said, he is cheating the voters

Jharkhand Election: झारखंड में दूसरे चरण के वोटिंग में अब बस कुछ ही दिन बचे हैं। ऐसे में राजनीतिक पार्टियां हर दांव आजमा जा रही है। दावों और वादों के बीच वोटरों को गुमराह करने की भी कोशिश हो रही है।

भाजपा प्रत्याशी का चेहरा लगाकर झामुमो के लिए वोट मांगने का एक पोस्टर सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। इस पोस्टर को लेकर भाजपा ने झामुमो प्रत्याशी की उम्मीदवारी रद्द करने की मांग की है।

दरअसल इस बोरियो विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी लोबिन हेंब्रम चुनाव मैदान में है। वो पहले झामुमो में थे, लेकिन चुनाव के ठीक पहले पाला बदलकर वो भाजपा में शामिल हो गये। भाजपा ने उन्हें उनकी पारंपरिक सीट से प्रत्याशी भी बना दिया। जबकि झामुमो ने उनकी जगह पर धनंजय सोरेन को अपना उम्मीदवार बनाया। दोनों के बीच कांटे का मुकाबला है।

लेकिन इस बीच एक पोस्टर सोशल मीडिया में वायरल हो गया। पोस्टर में झामुमो के प्रत्याशी के लिए वोट की अपील की गयी है। पोस्टर में नाम और चुनाव चिन्ह तो झामुमो का है, लेकिन प्रत्याशी का चेहरा एडिट कर लोबिन हेंब्रम का लगा दिया गया है। दरअसल लोबिन पहले झामुमो में थे, लिहाजा वोटर भी कंफ्यूज हो गये। सोशल मीडिया में वायरल वीडियो पर अब भाजपा ने तीखी आपत्ति जतायी है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने पोस्टर को सोशल मीडिया हैंडल पर ट्वीट कर इस मामले में कार्रवाई की मांग की है। बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि ये गंभीर मामला है।

चुनाव आयोग इसकी तुरंत जॉंच करा कर उम्मीदवार की उम्मीदवारी रद्द करें, उसपर अपराधिक मुक़दमा दर्ज कर गिरफ़्तार करें जो के लोकप्रिय उम्मीदवार का फ़ोटो लगाकर जेएमएम के लिये वोट माँग मतदाताओं के साथ धोखाधड़ी कर रहा है।

कैसा है बोरियो विधानसभा का इतिहास

बोरियो विधानसभा क्षेत्र 1957 में अस्तित्व में आया. इससे पूर्व यह क्षेत्र राजमहल दामिन क्षेत्र के नाम से जाना जाता था। 1990 में पहली बार झारखंड मुक्ति मोर्चा ने बोरियो विधानसभा क्षेत्र से जीत दर्ज कर एक नया इतिहास रचा। झामुमो की टिकट पर लोबिन हेंब्रम ने बोरिया विधानसभा से कांग्रेस के जॉन हेंब्रम को पराजित कर यह सीट अपने नाम कर लिया।

झामुमो ने 1995 में हुए चुनाव में झामुमो ने पार्टी विरोधी गतिविधि का आरोप लगाते हुए लोबिन हेंब्रम का टिकट काट दिया. लेकिन लोबिन निर्दलीय चुनाव लड़े और जीते और पुनः झामुमो में शामिल हो गये. एक बार फिर 2000 में हुए चुनाव में झामुमो को लोबिन हेंब्रम के रूप में सफलता हाथ लगी। 2005 में हुए चुनाव में पहली बार भाजपा ने ताला मरांडी पर दाव खेला और जीत भी हासिल की।

ताला मरांडी ने झामुमो के लोबिन हेंब्रम को 6319 मतों से पराजित कर इस सीट पर पहली बार भाजपा का खाता खोला. तब से भाजपा और झामुमो का ही दबदबा बोरियो विधानसभा क्षेत्र पर रहा है।

2009 में हुए चुनाव में एक बार फिर झामुमो ने ही बाजी मारी, जबकि 2014 में जनता ने फिर से भाजपा को मौका दिया. 2019 में फिर झामुमो जीती। 2019 के चुनाव के बाद लोबिन हेंब्रम अपने ही सरकार के खिलाफ लगातार मुखर रहे। जल-जंगल-जमीन को लेकर अपने ही सरकार को लगातार घेरते रहे।

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