Special B.ed Course: बीएड अभ्यर्थियों के जुड़ी बड़ी खबर है। देशभर में 2 साल के स्पेशल बीएड प्रोग्राम पर रोक लगा दी गई है। इस संबंध में भारत पुर्नवास परिषद ने नोटिस जारी करते हुए बताया कि अबसे 2 साल के स्पेशल बीएड कोर्स को मान्यता नहीं दी जाएगी। स्पेशल छात्रों के शिक्षक बनने के लिए उम्मदीवारों को 4 साल का बोएड कोर्स ही करना होगा। बता दें कि धीरे धीरे उच्च शिक्षा से लेकर प्राथमिक शिक्षा तक नेशनल एजुकेशन पॉलिसी को लागू किया जा रहा है। यही नहीं अध्यापन के क्षेत्र में भी नये बदलाव होने जा रहे हैं. इसी क्रम में साल 2030 से चार वर्षीय बीएड या चार-वर्षीय एकीकृत अध्यापक शिक्षा कार्यक्रम (आईटीईपी) डिग्री को अनिवार्य करने की तैयारी है.

स्पेशल बीएड कोर्स में दिवयांग छात्रों को ट्रेनिंग दी जाती है, इसमें सुनने या बोलने में असक्षम या मानसिक बीमारी से जूझ रहे छात्रों को पढ़ाया जाता है। अब भारतीय पुनर्वास परिषद (आरसीआई) ने कहा बीएड के लिए 4 वर्ष का कोर्स ही मान्य होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देशभर में ऐसे करीब 1000 संस्थान और विश्ववाद्यालय हैं जहां यह स्पेशल कोर्स कराया जाता है।

इसका संचालन भारत पुर्नवास परिषद द्वारा होता है, लेकिन अब इस कोर्स की अवधि बढ़ाकर 4 साल कर दी गई है। जो भी संस्थान यह कोर्स 2 साल में कराएगी उसे आरसीआई की तरफ से वाजिब नहीं माना जाएगा। नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन के पैर्टन पर काउंसिल द्वारा जल्द ही नया ट्रेनिंग प्रोग्राम बनाएगा। जो भी संस्थान यह बीएड स्पेशल कोर्स 4 साल में कराना चाहते हैं वह अगले एकेडमिक सेशन के लिए ऑनलाइन पोर्टल खुलने पर आवेदन कर सकते हैं।

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