धनबाद में एक और आतंकी : अम्मार याशर की गिरफ्तारी के बाद सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े, इंडियन मुजाहिदीन के बाद एक और आतंकी संगठन से जुड़ा था..
Another terrorist in Dhanbad: After the arrest of Ammar Yashar, security agencies became alert, after Indian Mujahideen, he was associated with another terrorist organization.

धनबाद: धनबाद इन दिनों आतंकियों का गढ़ बन गया है। हाल के दिनों में जिस तरह से कई आतंकी संगठन से जुड़े लोगों को धनबाद और आसपास के इलाके में गिरफ्तार किया है। उसने जांच एजेंसियों की भी चिंताएं बढ़ा दी है। गुरुवार को आतंकवादी निरोधी दस्ता यानी एटीएस ने धनबाद से ही इंडियन मुजाहिदीन के पूर्व सदस्य अम्मार यासर को हिज्ब उत तहरीर के झारखंड मॉड्यूल की जांच के दौरान गिरफ्तार किया है।
जानकारी के मुताबिक धनबाद के शमशेर नगर इलाके से उम्मार यासर को गिरफ्तार करने में एटीएस को कामयाबी मिली है। अधिकारियों के मुताबिक गिरफ्तारी के बाद उसे अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे जेल में भेज दिया है। इधर धनबाद में लगातार आतंकी संगठन से जुड़े लोगों की गिरफ्तारी से सुरक्षा एजेंसी के भी कान खड़े हो गए हैं।
एटीएस के मुताबिक यासर पहले प्रतिबंधित संगठित इंडियन मुजाहिदीन से जुड़ा था और उसे 2014 में जोधपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। 10 साल जेल में बिताने के बाद उसे मैं 2024 में रिहा किया गया था। रिहाई के बाद यासर हिज्ब उत तहरीर के सदस्यों के संपर्क में आया और फिर उनके लिए काम करने लगा।
एटीएस की टीम ने उसे गिरफ्तार किया है। दरअसल एटीएस को अयान जावेद से पूछताछ के दौरान यह जानकारी मिली थी कि धनबाद के यासर भी आतंकी संगठन से जुड़ा हुआ है। एटीएस ने इस बात की जानकारी दी है कि उसके पास से संदिग्ध दस्तावेज भी जप्त हुए हैं, जो इस बात की ओर संकेत देते हैं कि उसका संबंध आतंकी संगठन से रहा है।
एटीएस ने 26 अप्रैल को धनबाद में आतंकी नेटवर्क में बड़े पैमाने पर कार्रवाई की थी। इस अभियान के दौरान एटीएस ने प्रतिबंधित संगठन हिज्ब उत तहरीर और अल कायदा इन द इंडियन सबकॉन्टिनेंट से कथित संबंधों के लिए चार लोगों को गिरफ्तार किया था।
उनकी पहचान गुलफाम हसन. अयान जावेद, मोहम्मद शहजाद आलम और शबनम परवीन के रूप में हुई है। गिरफ्तार किए गए लोगों से कई चौंकाने वाली जानकारी मिली है। जिसकी आधार पर एटीएस अब अपनी आगे की कार्रवाई बढ़ा रही है। जल्दी इस मामले में कुछ और बड़ी कार्रवाई हो सकती है।