बिहार: कानून मंत्री बनाए जाने के बाद विवाद और फिर विवाद के बाद छिन गया विभाग। कानून मंत्रालय से गन्ना उद्योग मंत्री बनाए जाने के कुछ ही देर बात बुधवार की रात बिहार की नीतीश कैबिनेट के मंत्री कार्तिकेय सिंह ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। इसे लेकर उन्होंने बीजेपी जहां आरोप लगाया वहीं इस्तीफा देने के पीछे राज का खुलासा करते हुए कहा कि बिहार में  राजद की छवि खराब हो रही थी इसलिए मैंने इस्तीफा दे दिया है।

भाजपा पर लगाया आरोप

कार्तिकेय सिंह ने बीजेपी पर आरोप लगाया और कहा कि भूमिहार समुदाय के एक मंत्री को भाजपा बर्दाश्त नहीं कर सकी। वे मेरी छवि खराब करना चाहते हैं, मैं 28 साल से सरकारी शिक्षक हूं और  मुझे न्यायपालिका पर भरोसा है। न्याय मिलने की उम्मीद है, मैंने इस्तीफा दिया क्योंकि यह सब हमारी सरकार की छवि खराब कर रहा था।

कार्तिकेय सिंह ने कहा कि किसी किडनैपिंग के केस से मेरा लेना देना नहीं है, मुझे इसमें फंसाया गया है। बता दें कि साल 2014 का है अपहरण केस जिसमें कार्तिकेय सिंह भी आरोपी हैं। अपहरण के इस मामले में दानापुर कोर्ट में सुनवाई हुई है और फैसला आज शाम 4.30 बजे आना है।

बीजेपी ने मंत्री बनाये जाने पर मचाया था बवाल

बीजेपी ने 2014 के अपहरण के एक मामले में कार्तिकेय सिंह  के नामजद होने के बावजूद उन्हें कैबिनेट में कानून मंत्री बनाए जाने पर सवाल खड़ा करते हुए उन्हें मंत्री पद से हटाए जाने की मांग की थी। बीजेपी की प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा था कि पहले तो मंत्री बनाया फिर कार्तिकेय सिंह का विभाग बदल दिया गया। यह नीतीश की नई जीरो टॉलरेंस नीति है कि फंसाते भी हम है, बचाते भी हम है। बीजेपी नेता सुशील मोदी ने इस बारे में नीतीश सरकार पर हमला बोला था।

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