रांची झारखंड प्रशासनिक सेवा के भ्रष्ट्राचार में लिप्त अधिकारी के खिलाफ राज्य सरकार ने फिर विभागीय कार्यवाही चलाने का फैसला लिया है। खलारी के तत्कालीन अंचल अधिकारी रवि किशोर राम पर ये कार्रवाई हुई है। उनके ऊपर लगे आरोपों के आधार पर रिटायर आईएएस अधिकारी अरविंद कुमार को जांच संचालन अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया है। अपर समाहर्ता रांची को उपस्थापन पदाधिकारी नियुक्त किया गया है।

क्या है आरोप

तत्कालीन अंचल अधिकारी रवि किशोर राम पर आरोप है उन्होंने पद पर रहते हुए बुकबुका ग्राम के खाता संख्या 04, प्लॉट संख्या 37,46, 57,58 के कुल रकबा 1.59 एकड़ भूमि का 30 वर्षों का ऑनलाइन लगान रसीद बलदेव महतो को फर्जी तरीके से निर्गत किया एवं पंजी 2 में भी छेड़छाड़ के मामले के उजागर होने के बाद रांची उपायुक्त ने 18 जनवरी 2022 को ही उन पर कार्रवाई की अनुशंसा की। विभाग ने पूरे मामले की जांच की। जिसमें प्रथम दृष्टि में आरोप प्रमाणित पाया गया। मामला राज्यपाल के समक्ष भेजा गया। राज्यपाल डॉ रमेश बैस ने भी झारखंड प्रशासनिक सेवा के अधिकारी पर विभागीय कार्रवाई तत्काल चलाने का आदेश दिया। आरोपी पदाधिकारी को 15 दिन के अंदर जवाब देने को कहा गया है। आरोप प्रमाणित होने पर उनके ऊपर दंड निर्धारित की गई।

नए साल में दो अधिकारी पर हो चुकी है कारवाई

राज्य सरकार ने नए साल में रांची के ही दो अंचल अधिकारी पर कारवाई कर चुकी है। चान्हों प्रखंड के CO मोहम्मद जफर हसनात को भी बीते दिनों निलंबित किया था। उनके ऊपर 19 दिसंबर 2022 के माध्यम से रांची उपायुक्त ने कार्रवाई की अनुशंसा की थी। यह बात सामने आई थी की चान्हों CO ने मौजा रांचीचाचो,थाना संख्या 86, खाता संख्या 143, प्लॉट संख्या 1159 कुल रकबा 34 एकड़ भूमि धोखाधड़ी कर क्रय की गई। मामले पर मोहम्मद हसनात पर आरोप को देखते हुए उन्हें तत्काल निलंबित किया गया। इस अवधि में उनका मुख्यालय दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल रांची कार्यालय किया गया।

हर खबर आप तक सबसे सच्ची और सबसे पक्की पहुंचे। ब्रेकिंग खबरें, फिर चाहे वो राजनीति...