1000 रुपये का एक कप चाय! फिर भी रोज लगती है हजारों की भीड़…जानिए इस ‘गोल्डन टी’ का राज़…
3 लाख रुपये किलो वाली चाय पत्ती से बनती है ये अनोखी चाय, पीने वालों की लाइनें रोज़ लगती हैं

भारत में चाय सिर्फ एक पेय नहीं, बल्कि एक भावना है। सुबह की शुरुआत से लेकर शाम की थकान तक, चाय हर भारतीय के दिल में बसती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि एक कप चाय की कीमत 1000 रुपये भी हो सकती है? जी हाँ — कोलकाता में एक ऐसा टी स्टॉल है, जहाँ लोग महंगी से महंगी कॉफी छोड़कर ‘गोल्डन टी’ की चुस्की लेने आते हैं।
कौन बेच रहा है 1000 रुपये वाली चाय?
इस अनोखी चाय को बेचते हैं प्रथा प्रतिम गांगुली, जो कोलकाता के रहने वाले हैं। पहले वे एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करते थे, लेकिन चाय के प्रति अपने जुनून के चलते उन्होंने नौकरी छोड़ दी और 2014 में शुरू किया अपना टी स्टॉल — ‘निर्जाष टी स्टॉल’।
गांगुली का मानना है कि चाय भी उतनी ही प्रीमियम हो सकती है जितनी कोई इंटरनेशनल ड्रिंक, बस उसे सही अंदाज़ में पेश करने की ज़रूरत है।
क्या है इस चाय की खासियत?
यह कोई आम चाय नहीं — यह है ‘Bo-Lay Tea’, जिसकी चाय पत्ती की कीमत 3 लाख रुपये प्रति किलो है। यही वजह है कि इसके एक कप की कीमत 1000 रुपये रखी गई है।
इसकी पत्तियां खास किस्म के पेड़ों से चुनकर लाई जाती हैं और बहुत ही नियंत्रित प्रक्रिया में तैयार की जाती हैं। इसकी खुशबू और स्वाद इतने अनोखे हैं कि एक बार पीने के बाद लोग इसे भूल नहीं पाते।
फिर भी क्यों लगती है भीड़?
महंगी होने के बावजूद गांगुली के स्टॉल पर रोज़ हजारों ग्राहक पहुंचते हैं। वजह — चाय का अनोखा स्वाद, उसके पीछे की कहानी और उसका ‘रॉयल एक्सपीरियंस’।
यहां सिर्फ 1000 रुपये वाली ‘गोल्डन टी’ ही नहीं, बल्कि 10 रुपये से लेकर 200 रुपये तक की कई वैराइटी भी मौजूद हैं — ताकि हर वर्ग के लोग इस अनुभव का आनंद ले सकें।
एक कप चाय, एक अलग सोच
गांगुली का कहना है —
“लोग महंगी कॉफी पी सकते हैं तो चाय क्यों नहीं? भारत में चाय की असली पहचान को प्रीमियम स्तर पर ले जाना ही मेरा सपना है।”
आज उनका ‘निर्जाष टी स्टॉल’ न सिर्फ कोलकाता बल्कि पूरे भारत में चर्चा का विषय बन गया है।