नई दिल्ली। पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने आज देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। इस बैठक में समसामयिक मुद्दों के साथ-साथ जनजातीय विकास और सीमा क्षेत्र के जनजातीय गांवों को “फर्स्ट विलेज” का दर्जा देने को लेकर चर्चा हुई।
इस बातचीत के दौरान अर्जुन मुंडा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लागू की जा रही इस योजना की सराहना की। उन्होंने बताया कि देश के सीमावर्ती गांवों में मूलभूत सुविधाओं को विकसित करने और आवागमन को सुगम बनाने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
क्या है “फर्स्ट विलेज” योजना?
“फर्स्ट विलेज” योजना के तहत सीमा से सटे जनजातीय गांवों के समग्र विकास पर ध्यान दिया जा रहा है। इस पहल के माध्यम से सड़कों, स्वास्थ्य सेवाओं, शिक्षा और रोजगार के अवसरों को मजबूत किया जा रहा है, जिससे इन क्षेत्रों के लोगों को बेहतर जीवन स्तर मिल सके।
अर्जुन मुंडा ने इस मुलाकात की तस्वीरें अपने सोशल मीडिया पर भी साझा कीं और बताया कि यह योजना पहली बार देश में व्यापक रूप से लागू की जा रही है, जो राष्ट्रीय सुरक्षा और जनजातीय सशक्तिकरण के लिहाज से महत्वपूर्ण कदम है।
योजना से क्या होगा फायदा?
- सीमावर्ती गांवों में बुनियादी सुविधाओं का विस्तार
- शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार
- सड़क और आवागमन के साधनों का विकास
- जनजातीय समुदायों का आर्थिक सशक्तिकरण
इस बैठक से यह स्पष्ट हो गया कि सरकार सीमा क्षेत्र के विकास और जनजातीय समुदायों के उत्थान को प्राथमिकता दे रही है।