करोड़ों EPFO के मेंबर्स को झटका! ब्याज दर में कटौती कर सकती हैं सरकार
Shock to crores of EPFO members! Government may cut interest rates

नई दिल्ली: कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के करोड़ों मेंबर्स के लिए एक बुरी खबर सामने आ रही है। शुक्रवार, 28 फरवरी को सरकार EPFO पर मिलने वाले ब्याज की दर का ऐलान कर सकती है, और इस बार ब्याज दर में कटौती की संभावना जताई जा रही है। अगर ऐसा होता है, तो EPFO के सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी FY2024-25 के लिए ब्याज दर को घटा सकता है, जिसका सीधा असर करीब 300 मिलियन (30 करोड़) मेंबर्स की रिटायरमेंट सेविंग्स पर पड़ेगा।
क्यों हो सकती है ब्याज दर में कटौती?
बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक, EPFO की निवेश समिति ने हाल ही में बैठक की थी, जिसमें संगठन की आय और खर्चे पर चर्चा की गई। इस चर्चा का उद्देश्य EPF की ब्याज दर पर सिफारिश करना था। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि इस साल ब्याज दर पिछले साल की तुलना में कम हो सकती है। इसके पीछे वजह यह है कि हाल के महीनों में बॉन्ड यील्ड में गिरावट आई है और साथ ही साथ क्लेम सेटलमेंट की मांग भी बढ़ी है। ऐसे में रिटायरमेंट फंड बॉडी के पास सरप्लस राशि कम हो सकती है, जिससे उच्च ब्याज दर देने में मुश्किल आ सकती है।
ब्याज दर के असर
पिछले साल, सरकार ने EPF पर ब्याज दर को 8.15% से बढ़ाकर 8.25% किया था। लेकिन इस बार ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि ब्याज दर में कटौती हो सकती है। इसके अलावा, 2024-25 के दौरान EPFO ने ₹2.05 ट्रिलियन के 5.08 मिलियन से ज्यादा क्लेम प्रोसेस किए हैं, जबकि 2023-24 में ₹1.82 ट्रिलियन के 44.5 मिलियन से ज्यादा क्लेम सेटलमेंट हुए थे। इस बढ़ी हुई क्लेम डिमांड ने EPFO के पास उपलब्ध पूल को कम कर दिया है, जिससे ब्याज दर पर असर पड़ा है।
क्या होगा EPFO मेंबर्स के लिए?
अगर EPFO ब्याज दर में कटौती करता है, तो यह निर्णय लाखों कर्मचारियों के रिटायरमेंट फंड पर प्रतिकूल असर डाल सकता है, क्योंकि उन्हें कम ब्याज मिलेगा। इसके बावजूद, सरकार और EPFO इस फैसले को लेकर गंभीरता से विचार कर रहे हैं और शुक्रवार को होने वाली बैठक में इस पर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।