JSSC CGL का रिजल्ट अब मार्च के बाद, हाईकोर्ट में पेपर लीक मामले में हुई सुनवाई, हाईकोर्ट ने चार हफ्ते में मांगी स्टेट्स रिपोर्ट

JSSC CGL result now after March, hearing in paper leak case in High Court, High Court asks for status report in four weeks

JSSC CGL Exam: जेएसएससी पेपर लीक मामले में अब अगली सुनवाई मार्च में होगी। चीफ जस्टिस एमएस रामाचंद्र राव और जस्टिस दीपक रोशन की बेंच ने सरकार को रिपोर्ट केलिए चार हफ्ते का समय दिया है। इससे पहले महाधिवक्ता राजीव रंजन ने कोर्ट को बताया कि मामले में सीआईडी जांच जारी है। मोबाइल सहित कुछ डिजिटल साक्ष्यों की फॉरेंसिक जांच की जा रही है। कोर्ट ने सरकार को चार हफ्ते में स्टेटस रिपोर्ट देने की बात की।

जांच कर रही एसआईटी को अब तक कुछ ठोस सबूत नहीं मिले हैं। परीक्षा के पेपर लीक हुए हैं या नहीं इसे लेकर पुख्ता जानकारी अब तक हाथ नहीं लग सकती है। इस बीच एसआईटी के पास 54 अलग-अलग सबूत आए हैं। मामले में अगली सुनवाई 26 मार्च निर्धारित की। पेपर लीक मामले में प्रकाश कुमार और अन्य की ओर से याचिका दाखिल की गई है।

कोर्ट ने रिजल्ट प्रकाशित करने पर रोक जारी रखी है। सुनवाई के दौरान जेएसएससी की ओर से अधिवक्ता संजय पिपरवाल ने पक्ष रखा। वहीं प्रार्थियों की ओर से वरीय अधिवक्ता अजीत कुमार ने बहस की। अभी जो बातें सामने आई हैं, उसके मुताबिक मोबाइल का समय बदल कर पेपर लीक से जुड़ी तस्वीरों की टाइमलाइन बदलकर बनाई गई थी।

आपको बता दें कि दरअसल एसआईटी ने विज्ञापन जारी कर पेपर लीक से संबंधित सबूत देने का आग्रह आमलोगों से किया था। इसके बाद कुल 54 सबूत टीम को मिले। इसमें से 30 सबूत वाट्स एप के जरिए और 24 शिकायतें इ-मेल के जरिए मिली हैं। जो चौंकाने वाली बात सामने आई है, वो यह है कि इस परीक्षा का शक के दायरे में लाने के लिए साजिश रची गई।

शिकायतकर्ताओं की ओर से सीआईडी की एसआईटी को पांच मोबाइल दिए गए। इन सभी मोबाइल को एफएसएल जांच के लिए दिया गया है। शिकायतकर्ताओं से पूछताछ की गई। छात्रों से यह सवाल किया गया कि जिस युवक के हाथ में लीक हुआ पेपर था, उसका मोबाइल में फोटोग्राफ क्यों नहीं है, लेकिन छात्रों के पास इसका कोई संतोषजनक जवाब नहीं था।

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