इंजीनियर के ठिकानों से मिले खजाने ने अफसरों के उड़ाये होश, लाखों के जेवहरात, करोड़ों की जमीन, पढ़िये छापे में क्या-क्या मिला
The treasure found from the engineer's hideouts shocked the officers, jewelery worth lakhs, land worth crores, read what was found in the raid.

Raid News: सरकारी इंजीनियर के ठिकानों से अकूत संपत्ति का खुलासा हुआ है। आय से अधिक संपत्ति मामले में निगरानी ब्यूरो के हत्थे चढ़े पुल निर्माण निगम के प्रोजेक्ट इंजीनियर (एक्सटर्नल प्रोजेक्ट डिवीजन) जंग बहादुर सिंह के ठिकानों से अब तक करोड़ों रुपये की संपत्ति की खुलासा हुआ है। जिस तरह की संपत्ति मिली है, उससे एक बात तो साफ है कि इंजानियर जमकर करप्शन किया और करोड़ों की संपत्ति अर्जित की।
निगरानी ब्यूरो को अपनी कार्रवाई के दौरान इंजीनियर के विभिन्न ठिकानों से जमीन खरीद के 34 दस्तावेज, 21 लाख रुपये मूल्य के जेवरात के साथ अन्य संपत्ति के दस्तावेज बरामद किए हैं। इंजीनियर जंग बहादुर के खिलाफ आय से 89,06,822 रुपये अधिक की संपत्ति अर्जित करने का मुकदमा दर्ज किया गया है। प्रोजेक्ट इंजीनियर जंग बहादुर के पटना में तीन जबकि बक्सर में एक ठिकाने पर गुरुवार 16 जनवरी को एक साथ छापा मारा था।
छापामारी की यह कार्रवाई 17 जनवरी की दोपहर तक जारी रही। इससे पहले निगरानी ब्यूरो ने जंग बहादुर के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज कर कोर्ट से सर्च आपरेशन की अनुमति के बाद अपनी कार्रवाई को अंजाम दिया था। सर्च के दौरान 34 जमीन (प्रॉपर्टी) खरीद से संबंधित कागजात मिले हैं। निगरानी ने प्रथम दृष्टया मिले साक्ष्य के आधार पर करीब 89 लाख रुपये के प्रत्यानुपातिक धनार्जन का मामला पाया था।
हालांकि जांच के बाद अब यह राशि बढ़ने की पूरी उम्मीद है. निगरानी के मुताबिक प्रोजेक्ट इंजीनियर जंग बहादुर सिंह ने काली कमाई को खपाने के लिए अपने एवं अपने परिवार के सदस्यों के नाम से पटना और बक्सर में करोड़ों रुपये की जमीन और फ्लैट की खरीद की है।
इनमें अधिकतर प्रॉपर्टी पटना और बक्सर जिले में खरीदी गयी है, जिनका मार्केट वैल्यू स्टांप ड्यूटी सहित करोड़ों रुपये में आंका जा रहा है. इसके साथ ही इंजीनियर के ठिकानों से करीब 21 लाख रुपये के सोने-चांदी के आभूषण, अभियुक्त एवं उनकी पत्नी के पीपीएफ खाते में करीब 85 लाख निवेश के साक्ष्य, 02.14 लाख रुपये नगद, अभियुक्त एवं उनके परिजनों के नाम से 29 बैंक खातों के पासबुक/चेकबुक, कई वाहनों के होने के साक्ष्य के साथ-साथ पटना स्थित वेदनगर रुपसपुर मोहल्ला में 03 मंजिला आलीशान भवन और पुनाईचक के रामगोविंद इंकलेव में अभियुक्त के नाम से फ्लैट भी पाये गये हैं. निगरानी ब्यूरो की टीम जब्त अभिलेखों के आधार पर अनुसंधान में जुटी है.