झामुमो में बड़ा फैसला: शिबू सोरेन के निर्देश पर पार्टी ने भंग की 21 जिलों की समितियां, संयोजक मंडली का किया गया गठन, जानिये क्या होगा आगे…
Big decision in JMM: On the instructions of Shibu Soren, the party dissolved the committees of 21 districts, convenor group was formed, know what will happen next...

रांची। झामुमो ने संगठन को लेकर बड़ा फैसला किया है। पंचायत स्तर से लेकर जिला स्तर तक सभी कमेटियों को भंग कर दिया गया है। हालांकि, दुमका, धनबाद और हजारीबाग तीन जिलों की कमेटियों को अभी बरकरार रखा गया है। पार्टी के महाधिवेशन की तैयारी के लिए नई टीम बनाने को लेकर ऐसा किया गया है। झामुमो के केंद्रीय महासचिव विनोद पांडेय की ओर से जारी आदेश में यह जानकारी दी गई है।
झारखण्ड मुक्ति मोर्चा (JMM) के नियुक्त संयोजक मंडली सदस्यों को बधाई, शुभकामनाएं और जोहार !
संगठन की मजबूती हेतु सभी को पुनः शुभकामनाएं !!
झारखण्ड मुक्ति मोर्चा जिंदाबाद !
जय झारखंड 🏹🏹@HemantSorenJMM @JmmJharkhand pic.twitter.com/ToWvjDRDyU— Vinod Kumar Pandey (@VinodPandeyJMM) January 17, 2025
पार्टी ने समितियों को भंग करने के साथ ही संयोजक मंडली गठित की गई है। पांडेय के हस्ताक्षर से जारी आदेश में कहा गया है कि संयोजक मंडली के सदस्यों की नियुक्ति पत्र निर्गत होने के समय से ही तत्काल प्रभाव से लागू होगा। 18 जनवरी से 28 फरवरी तक झामुमो का सदस्यता अभियान चलेगा। मनोनीत संयोजकों को निर्देश दिया गया है कि वे सदस्यता अभियान युद्धस्तर पर चलाना सुनिश्चित करें।
सदस्यता अभियान के सफल संचालन के लिए पार्टी के केंद्रीय समिति के पदाधिकारियों, सदस्यों व वरिष्ठ नेताओं से सहयोग-मार्गदर्शन के लिए कार्यकर्ताओं को शामिल किया जाएगा। जारी आदेश में कहा गया है कि व्यक्तिगत स्वार्थ से ऊपर उठकर पार्टी हित में सदस्यता अभियान को सफल बनाना है।
पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार दुमका में 02 फरवरी को झारखंड मुक्ति मोर्चा का स्थापना दिवस कार्यक्रम है. इसी तरह 04 फरवरी को धनबाद में स्थापना दिवस मनाया जाता है. इन दो जिलों में स्थापना दिवस कार्यक्रम की वजह से जिला समितियों को भंग नहीं किया गया है. वहीं हजारीबाग में पूर्व से ही जिला समिति गठित नहीं है और वहां संयोजक मंडली ही सारा काम देख रही है।
केंद्रीय समिति के पदाधिकारियों एवं सदस्यों से समन्वय स्थापित करते हुए अगामी 45 दिनों के अंदर अनुशंसा होगी। सभी पंचायत एवं वार्ड समितियों के गठन-पुनर्गठन के बाद प्रखंड, नगर और महानगर समितियों के गठन के लिए नामों की अनुशंसा भेजी जाएगी।