मंईया सम्मान योजना के नाम हुआ बड़ा कांड, महिलाओं के नाम पर भेजे जा रहे पैसे, किसी और के अकाउंट में हो रहे जमा, डीसी ने दिये जांच के आदेश

Jharkhand: Big scandal in the name of Maniya Samman Yojana, money being sent in the name of women, deposited in someone else's account, DC ordered investigation

Mainya Samman Yojna : झारखंड में मंईया सम्मान योजना के नाम पर शिकायतों का सिलसिला थम ही नहीं रहा है। आये दिन इस मामले में नयी-नयी शिकायतें आ रही है। कहीं रजिस्ट्रेशन नहीं हो रहा है, तो कहीं पैसे नहीं मिल रहे हैं, कहीं पैसे आ रहे हैं, तो दूसरे के खाते में चले जा रहे हैं। नया मामला गढ़वा में सामने आया है, जहां महिलाओं के नाम पर पैसे तो भेजे जा रहे हैं, लेकिन पैसा महिलाओं के खाते में नहीं जाकर, किसी अन्य महिला के खाते में जा रहा है। अब इस मामले में डीसी ने जांच के आदेश दिये हैं।

हालांकि ये शिकायत सिर्फ एक ही जगह सामने आयी है, लेकिन आशंका है कि ऐसी गड़बड़ियां प्रदेश में और भी कई जगहो पर हुई है, जहां नाम किसी और का और खाता किसी और का दर्ज कराकर पैसे लिये जा रहे हैं। जानकारी के मुताबिक गढ़वा जिले के खरौंधी थाना क्षेत्र के कूपा गांव में महिलाओं ने शिकायत की है कि उनके नाम पर मईया सम्मान योजना की राशि कोई और उठा रहा है।

मामले को लेकर जब शिकायत डीसी और बीडीओ से की गयी, तो जांच की बात कही गयी है। मामले में जांच के बाद FIR की भी बात कही गयी है। महिलाओं और लड़कियों ने शिकायत की है कि प्रज्ञा केंद्र के संचालक ने उनकी बिना इजाजत के ही मंईया सम्मान योजना का फार्म भर दिया। आधार कार्ड से फार्म भर कर उसमें अपने रिश्तेदारों का बैंक एकाउंट अपडेट कर दिया गया। जिसकी वजह से महीनों से महिलाओं के नाम पर पैसा तो आ रहा है, लेकिन वो पैसा महिलाओं को ना मिलकर दूसरे के खाते में जा रहा है।

इधर स्थानीय नेताओं ने कहा है कि अगर इस मामले में कार्रवाई नहीं हुई तो वो चक्का जाम करेंगे। उन्होंने दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग है । शिकायत के मुताबिक जिस प्रज्ञा केंद्र के संचालक ने उनका फार्म भरा, उसी ने फार्म में अपनी पत्नी और रिश्तेदारों के बैंक अकाउंट दर्ज कर दिये। भर्राशाही तो इस कदर है कि कई महिलाओं के नाम पर मिलने वाली राशि का अकाउंट पुरुषों के नाम पर दर्ज है।

इधर महिलाएं जब अपना आवेदन करने के लिए ब्लाक आफिस जा रही है, तो बताया जा रहा है कि उनका नाम योजना में पहले से दर्ज है, लेकिन अभी तक उन्हें एक भी माह की राशि नहीं दी गयी है। हालांकि डीसी ने इस मामले में अब जांच की बात कही है। उन्होंन आश्वस्त किया है कि इस मामले की वो जांच करायेंगे और गलतियों को सुधारकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी।

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