काले कारनामे की लंबी गाथा : ईडी ने खंगाला वीरेंद्र राम का कॉल डिटेल, डेढ़ दर्जन से ज्यादा मंत्री, विधायक और अधिकारी के बीच करते थे लेनदेन का काम

रांची । ईडी की गिरफ्त में आये चीफ इंजीनियर वीरेंद्र कुमार राम से जैसे जैसे पूछताछ आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे है दिन नए नए चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। वीरेंद्र राम के कॉल रिकॉर्ड्स से इस बात का खुलासा हुआ है कि वीरेंद्र राम करीब डेढ़ दर्जन विधायक, मंत्री और वरिष्ठ आइएएस अधिकारी से संपर्क में थे. सभी अपने आप को वीरेंद्र राम के कामकाज से सुरक्षित समझते थे। अपने पसंद के ठेकेदार को काम दिलाने के लिए वीरेंद्र राम से दिनचर्या में फोन पर बात करते थे. पुख्ता सूत्र के अनुसार इन विधायकों में दो महिला विधायक भी वीरेंद्र राम से संपर्क में रहती थीं. इसके अलावे वरिष्ठ आइएएस अधिकारी टेंडर मैनेज को लेकर वीरेंद्र राम से अक्सर बात करते थे.

प्राप्त जानकारी के अनुसार एक आइएएस अधिकारी के पांच प्रतिशत कमीशन देने वाले को ही काम देने की बात कही जाने की जानकारी मिल रही है। वीरेंद्र राम और उनके संपर्क में रहनेवालों के बीच बातचीत का ईडी ने खुलासा किया है कि विधायक, मंत्री नियमित रूप से वीरेंद्र राम से बात करते थे. उन्हें उनकी पसंद के ठेकेदारों का काम देने और अन्य ठेकेदार को निविदा प्रक्रिया से बाहर करने के लिए अयोग्य घोषित करने के लिए कहा जाता था. ईडी ने पूछताछ के दौरान रिकार्डिंग वीरेंद्र राम को भी सुनायी और उनके द्वारा आवाज की पहचान की गई है।

टेंडर मैनेज करने में मुख्य भूमिका वीरेंद्र राम की

अंदरखाने की मानें तो टेंडर मैनेज के खेल में वीरेंद्र राम की मुख्य भूमिका थी. टेंडर मैनेज करने के लिए वीरेंद्र राम कमीशन लेता था जो उच्च अधिकारी और मंत्रियों के बीच बंटता था. जांच के दौरान वरिष्ठ नौकरशाहों और राजनेताओं के भी नाम सामने आये हैं, जिनकी जांच ईडी द्वारा की जा रही है. मालूम हो की वीरेंद्र राम के ठिकाने पर लगातार दो दिनों तक चली छापेमारी में ईडी ने डेढ़ करोड़ के गहनों के अलावा 25 लाख नकदी सहित कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और 125 करोड़ की चल अचल संपत्ति होने के सबूत ईडी को मिले हैं.

आपको बता दे की छापेमारी के बाद ईडी ने वीरेंद्र राम को पहले हिरासत में लेकर लंबी पूछताछ की और फिर देर रात उन्हें गिरफ्तार करने के बाद ईडी की विशेष अदालत में वीरेंद्र राम को पेश किया गया. जहां ईडी कोर्ट ने पूछताछ के लिए 5 दिन का रिमांड ईडी को सौंप दिया. बीते मंगलवार को रिमांड खत्म होने पर दोबारा ईडी की तरफ से रिमांड की मांग की गयी, ईडी की विशेष अदालत ने चार दिन की रिमांड ईडी को दी. जांच के दौरान और भी कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते है, इधर वीरेंद्र राम के संपर्क वाले विधायक, मंत्री, अधिकारी की सांसे अटकी हुई है।

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