OMG! होटल रूम की सॉकेट में छिपा था जासूसी कैमरा..आराम से सो रहा था कपल…सुबह उठते ही खुला खौफनाक राज…

मुंबई के मलाड ईस्ट स्थित होटल में प्राइवेसी पर हमला, प्लग पॉइंट से निकला तार देख कांप उठा जोड़ा, पुलिस जांच में जुटी

मुंबई। सोचिए… आप होटल के कमरे में बेफिक्र होकर रात गुज़ार रहे हों और सुबह उठते ही पता चले कि कोई आपको चुपके से रिकॉर्ड कर रहा था। मुंबई के मलाड ईस्ट इलाके से सामने आई यह घटना न सिर्फ डराने वाली है, बल्कि होटल में ठहरने वाले हर शख्स की सुरक्षा और निजता पर बड़ा सवाल खड़ा करती है।

प्लग सॉकेट से निकला तार, यहीं से टूटा भरोसा

मलाड ईस्ट के दाफ्तरी रोड स्थित ‘ए-वन’ होटल में ठहरे एक युवा जोड़े ने कमरे के अंदर प्लग सॉकेट में छिपा हिडन कैमरा पकड़ लिया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, कमरे के दरवाजे के पास मौजूद एक ऐसे सॉकेट से तार बाहर निकला हुआ था, जिसका कोई इस्तेमाल नहीं हो रहा था। महिला को शक हुआ और जब करीब से देखा गया, तो पता चला कि वह तार एक छोटे जासूसी कैमरे से जुड़ा है, जिसे प्लग पॉइंट के अंदर छिपाकर लगाया गया था।

रात भर कमरे में रहा कपल, सुबह हुआ खुलासा

शिकायतकर्ता 21 वर्षीय युवती बैंकिंग सेक्टर में काम करती है। वह 27 दिसंबर को अपने मंगेतर के साथ होटल में चेक-इन की थी। दोनों ने रात करीब 9:40 बजे खाना खाने के बाद कमरा नंबर A-3 लिया। रात सामान्य रही, लेकिन 28 दिसंबर सुबह करीब 9 बजे कमरे के दरवाजे के पास सॉकेट से निकलते संदिग्ध तार पर नजर पड़ी—और यहीं से मामला सनसनीखेज हो गया।

103 डायल, होटल में मची अफरा-तफरी

जैसे ही कैमरे की पुष्टि हुई, जोड़े ने बिना देर किए 103 डायल कर पुलिस को सूचना दी। दिंडोशी पुलिस मौके पर पहुंची, डिवाइस को जब्त किया और दोनों को थाने ले जाया गया, जहां महिला ने औपचारिक शिकायत दर्ज कराई।

जानबूझकर की गई जासूसी?

पुलिस शिकायत में आरोप लगाया गया है कि होटल के मालिक, मैनेजर और अन्य जिम्मेदार लोगों ने मेहमानों की सहमति के बिना उन्हें रिकॉर्ड करने के इरादे से यह हिडन कैमरा लगवाया। जब्त डिवाइस को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजने की तैयारी की जा रही है, ताकि यह पता चल सके कि फुटेज कहां और कैसे इस्तेमाल की जा रही थी।

किन धाराओं में केस दर्ज?

दिंडोशी पुलिस ने इस मामले में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 77 और 3(5) के साथ-साथ आईटी एक्ट की धारा 66(e) के तहत केस दर्ज किया है। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या होटल के अन्य कमरों में भी ऐसे कैमरे लगाए गए थे और क्या और मेहमानों की प्राइवेसी से खिलवाड़ हुआ है।

होटल मैनेजमेंट का रहस्यमय रवैया

मामले में जब ‘ए-वन’ होटल का पक्ष जानने की कोशिश की गई, तो होटल की ओर से कोई साफ जवाब नहीं मिला। पहले कॉल पर बताया गया कि मैनेजर बाहर हैं, बाद में दोबारा फोन करने पर कहा गया— “मामला पुलिस के पास है, आप वहीं बात करें।” मैनेजर या किसी जिम्मेदार व्यक्ति का नंबर देने से भी इनकार कर दिया गया।

बड़ा सवाल— होटल में सुरक्षित है आपकी निजता?

इस सनसनीखेज मामले ने एक बार फिर सवाल खड़ा कर दिया है—
क्या होटल के कमरे वाकई सुरक्षित हैं?
और क्या कहीं आपकी निजी जिंदगी भी किसी छिपे कैमरे की नजर में तो नहीं?

पुलिस जांच जारी है, लेकिन यह घटना हर होटल में ठहरने वाले मेहमान के लिए एक खौफनाक चेतावनी बन चुकी है।

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