सैलरी आते ही गायब…आखिर कहां बह जाता है आपका पैसा? महीने खत्म होने से पहले जेब खाली होने का सच….ये 10 टिप्स बदल देंगे आपकी जिंदगी…
Salary Saving Tips: 50-30-20 रूल अपनाएं और महीने के अंत तक अपनी सैलरी बचाएं — जानिए वो 10 आदतें जो आपकी सेविंग्स को बना देंगी मजबूत!

आजकल ज्यादातर लोग एक ही शिकायत करते नजर आते हैं—“महीना खत्म होने से पहले सैलरी खत्म!”
EMI, किराया, बिल और अचानक आए खर्च मिलकर जेब हल्की कर देते हैं, और फिर शुरू होता है अगले महीने की सैलरी का इंतजार।
अगर आप भी इस चक्र में फंसे हैं तो अब समय है उस जाल से बाहर निकलने का। सिर्फ छोटे-छोटे बदलाव करके आप अपनी सैलरी को मैनेज कर सकते हैं और हर महीने बचत बढ़ा सकते हैं। यहां दिए जा रहे 10 आसान, असरदार और प्रैक्टिकल टिप्स आपकी फाइनेंशियल लाइफ बदल सकते हैं।
1. एक-एक रुपये का हिसाब रखें
50–100 रुपये के छोटे UPI पेमेंट्स ही महीने के अंत में बड़ी रकम बन जाते हैं।
बजटिंग ऐप या नोटबुक का इस्तेमाल करें और हर खर्च रिकॉर्ड करें—आपको साफ दिखेगा पैसा कहां बह रहा है।
2. महीने के बजट को चार हफ्तों में बांटें
सैलरी आते ही सब खर्च न करें।
महीने के 4 हफ्तों के हिसाब से बजट तय करें।
पहले ज़रूरी खर्च निपटाएं, फिर बाकी को हफ्तों में बांटें।
3. इमोशनल शॉपिंग से बचें
देखते ही खरीद लेने की आदत सबसे बड़ा दुश्मन!
किसी गैर-जरूरी चीज़ को खरीदने से पहले 24 घंटे का होल्ड लगाएं—अक्सर लगेगा कि वह जरूरी थी ही नहीं।
4. क्रेडिट कार्ड का समझदारी से इस्तेमाल करें
क्रेडिट कार्ड तब तक सही है जब तक आप पूरा पेमेंट समय पर कर सकें।
मिनिमम अमाउंट पेमेंट असल में कर्ज बढ़ाता है—हमेशा पूरा बिल चुकाएं।
5. रोज़मर्रा के खर्चों के लिए कैश का इस्तेमाल करें
UPI खर्च छिपा देता है, कैश खर्च महसूस करवाता है।
हफ्ते में कुछ खर्च कैश में करें—खुद-ब-खुद कंट्रोल रहेगा।
6. 50-30-20 रूल अपनाएं
यह सबसे आसान और असरदार फॉर्मूला है:
50% ज़रूरी खर्च
30% इच्छाएं
20% बचत/निवेश
पूरी तरह न अपना पाएं तो छोटी बचत से शुरुआत करें—फर्क दिखेगा।
7. बाहर के खाने पर रोक लगाएं
बार-बार स्विगी–जोमैटो से खाना मंगाना या बाहर खाना सबसे महंगी आदत है।
घर का खाना सेहत और जेब दोनों बचाता है।
8. बेवजह के सब्सक्रिप्शन बंद करें
Netflix, Prime, Hotstar… सब की जरूरत नहीं।
जिसका इस्तेमाल नहीं हो रहा—तुरंत कैंसल करें।
महीने की बचत अपने आप बढ़ जाएगी।
9. बचत को ऑटोमेट करें
सैलरी आते ही एक फिक्स रकम ऑटो-डीबिट से सेविंग अकाउंट या FD/फंड में डालें।
बचत को “जो बचेगा” नहीं, बल्कि “जो सबसे पहले जाएगा” बनाएं।
10. छोटा-सा इमरजेंसी फंड बनाएं
₹500–₹1000 हर महीने अलग रखें।
3–6 महीने के खर्च जितना फंड आपकी सबसे बड़ी सुरक्षा बनता है—इमरजेंसी में कर्ज से बचाता है।







