“झारखंड में नक्सलियों के खिलाफ बड़ा अभियान, DGP का ऐलान – जल्द होगा लाल आतंक का खात्मा!”

"Major operation against Naxalites in Jharkhand, DGP announces - Red terror will end soon!"

झारखंड के कोल्हान में नक्सलियों का खात्मा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. प्रदेश की प्रभारी डीजीपी तदाशा मिश्रा ने कहा कि पश्चिम सिंहभूम में नक्सली घने जंगल का लाभ उठा रहे है, लेकिन उनका बहुत जल्द सफाया कर दिया जायेगा. डीजीपी तदाशा मिश्रा ने कहा कि इसमें फॉरेस्ट और नागरिक प्रशासन का बहुत सहयोग चाहिए. गौरतलब है कि प्रभारी डीजीपी के पद पर नियुक्ति के बाद पहली बार तदाशा मिश्रा चाईबासा पहुंचीं.

तदाशा मिश्रा ने यहां पत्रकारों को बताया कि धरातल पर नक्सलरोधी अभियान काफी चुनौतीपूर्ण होता है. हालांकि, अब जवानों की संयुक्त मेहनत, साहस और बलिदान की भावना की बदौलत नक्सलरोधी अभियान में आशातीत कामयाबी मिल रही है.

चाईबासा में डीजीपी ने ली ऑपरेशन की जानकारी
समाहरणालय सभागार में डीजीपी तदाशा मिश्रा ने पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के वरीय पदाधिकारियों के साथ बैठक की. उन्होंने इलाके में नक्सलियों के उन्मूलन से जुड़ी स्थिति और सुरक्षाबलों द्वारा संचालित ऑपरेशन की जानकारी ली. उन्होंने वरीय अधिकारियों के साथ सारंडा के जंगलों में छिपे टॉप नक्सली कमांडर, सर्च ऑपरेशन की मुश्किलों, सुरक्षाबलों की तैनाती, संसाधनों की उपलब्धता और विभागों के बीच आपसी समन्वय जैसी बातों पर गहन मंथन किया.

उन्होंने ऑपरेशन की जानकारी ली और अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए. गौरतलब है कि गृहमंत्री अमित शाह ने मार्च 2026 तक नक्सलवाद के पूर्ण खात्मे का लक्ष्य तय किया है.

नक्सलियों के खिलाफ अभियान में तेजी लाई जायेगी
गौरतलब है कि कोल्हान में नक्सलरोधी अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए ड्रोन और डॉग स्क्वायड की तैनाती बढ़ेगी. घने जंगल और दुर्गम इलाकों में नक्सली मूवमेंट की सटीक निगरानी के लिए कई प्रयास किए जाएंगे.

सुरक्षाबलों ने 35 नए निगरानी रूट तय किए हैं जहां से नक्सलियों की गतिविधि पर निगाह रखी जा सके. कमजोर नेटवर्क वाले इलाकों में पोर्टेबल मोबाइल टावर लगाने की तैयारी है.

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