झारखंड : लंदन यात्रा में रोड़ा…ममता बनर्जी सरकार ने इरफान अंसारी की विदेश यात्रा पर लगाई रोक, जानिए क्या है मामला
Hurdle in London trip... Mamata Banerjee government bans Irfan Ansari's foreign travel, know what is the matter

मंत्री इरफान अंसारी लंदन नहीं जा सके. उनको 4 से 6 नवंबर तक अंतर्राष्ट्रीय व्यापार सम्मेलन में शामिल होने लंदन जाना था लेकिन बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने ऐसा मुमकिन नहीं होने दिया. दरअसल, कैश कांड केस विचाराधीन होने की वजह से मंत्री इरफान अंसारी को उनका पासपोर्ट नहीं मिल सका और इसी वजह से वे लंदन की उड़ान नहीं भर सके. मंत्री इरफान अंसारी ने कलकत्ता हाईकोर्ट में याचिका लगाकर उनका पासपोर्ट अस्थायी तौर पर 1 नवंबर से 15 नवंबर तक जारी करने की अपील की थी लेकिन हाईकोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी.
बंगाल सरकार ने तर्क दिया कि इरफान अंसारी विदेश जाकर छिप सकते हैं जिससे कैश कांड मामले में उनके खिलाफ जारी जांच प्रभावित हो सकती है. गौरतलब है कि हेमंत कैबिनेट से मंत्री इरफान अंसारी को विदेश जाने की परमिशन मिली थी.
विदेश में छिप जाने की जताई थी आशंका
इरफान अंसारी ने कलकत्ता हाईकोर्ट को हेमंत सरकार से मिली विदेश यात्रा की परमिशन वाली कॉपी भी उपलब्ध कराई थी लेकिन पश्चिम बंगाल सरकार ने आशंका जताई कि यदि इरफान अंसारी को उनका पासपोर्ट लौटाया गया तो संभव है कि वे विदेश से वापस नहीं लौटें. हाईकोर्ट ने इस तर्क को स्वीकार करते हुए इरफान अंसारी की याचिका खारिज कर दी.
इस मसले पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. अंसारी ने कहा कि कानूनी मामला कानूनी तरीके से ही हैंडल किया जाएगा. उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार से विदेश यात्रा की स्वीकृति ली गई होती तो पासपोर्ट रिलीज करने वाली अड़चन नहीं आती.
गौरतलब है कि इरफान अंसारी के खिलाफ कलकत्ता हाईकोर्ट में कैश कांड का मामला विचाराधीन है. दरअसल, इरफान अंसारी समेत कांग्रेस के 2 विधायकों नमन बिक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप को 30 जुलाई 2022 को 48 लाख रुपये कैश के साथ पकड़ा गया था. कैश उनकी गाड़ियों की डिक्की में रखा गया था.
30 जुलाई 2022 को हुआ था कैश कांड
31 जुलाई को कांग्रेस पार्टी के ही विधायक कुमार जयमंगल सिंह उर्फ अनूप सिंह ने तात्कालीन प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के साथ जाकर अरगोड़ा थाने में जीरो एफआईआर दर्ज कराई थी. आरोप लगाया था कि इरफान अंसारी कांग्रेस के 2 अन्य विधायकों के साथ मिलकर बीजेपी के सहयोग से तात्कालीन हेमंत सोरेन सरकार को गिराने की साजिश रच रहे थे. अनूप सिंह ने दावा किया था कि इरफान अंसारी ने इसके लिए उनसे सहयोग मांगा और सरकार गिराने के एवज में मंत्रिपद और 10 करोड़ रुपये कैश का ऑफर दिया था.
अनूप सिंह ने दावा किया था कि नई बीजेपी सरकार में इरफान अंसारी स्वास्थ्य मंत्री बनने वाले थे. आरोप लगा कि ये 48 करोड़ रुपये उनको बंगाल बीजेपी के किसी नेता ने उपलब्ध कराए थे. इस केस में इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन बिक्सल कोंगाड़ी को 3 महीने कोलकाता में न्यायिक हिरासत में रहना पड़ा था. पार्टी ने तीनों को निलंबित भी किया था. हालांकि, बाद में निलंबन वापस लिया गया.









