Paytm IPO घोटाला: 10 लाख निवेशक हुए छलने के शिकार, 10,000 करोड़ की लूट का राज खुला!

नई दिल्ली। भारत के शेयर बाजार में सबसे बड़ा IPO घोटाला सामने आया है। चार साल पहले, 8 नवंबर 2021 को, देश के लाखों रिटेल निवेशकों को भारी सब्जबाग दिखाकर Paytm का 18,300 करोड़ रुपए का मेगा IPO लाया गया। लेकिन आज यह IPO निवेशकों के लिए काले सपनों का बाज़ार साबित हो रहा है।
डिजिटल पेमेंट प्लेटफार्म Paytm की लिस्टिंग के दिन ही निवेशकों को 27% का नुकसान झेलना पड़ा। शेयर IPO प्राइस 2,150 रुपए पर था, लेकिन लिस्टिंग होते ही यह 1,560 रुपए पर गिर गया। चार साल में शेयर लगातार गिरता रहा और अब तक यह 1,302 रुपए पर ट्रेड कर रहा है, यानी IPO प्राइस से 39% नुकसान।
लाखों निवेशक हुए भारी नुकसान में
हवा-हवाई वादों और प्रचार के झांसे में करीब 10 लाख रिटेल निवेशकों ने अपने पैसे लगाये, लेकिन अब उनका नुकसान करीब 10,000 करोड़ रुपए तक पहुंच गया है।
OFS ने और बढ़ाया निवेशकों का दर्द
IPO के 18,300 करोड़ रुपए में से 10,000 करोड़ ‘ऑफर फॉर सेल’ (OFS) के थे, जिनमें 5,000 करोड़ रुपए अकेले चीनी कंपनी Ant Group से आए। निवेशकों का पैसा सीधे प्रमोटरों और विदेशी निवेशकों के हाथ गया।
भारी घाटे के बावजूद IPO की मंजूरी क्यों दी गई?
चार साल पहले ही Paytm घाटे में थी, लेकिन SEBI ने 2,150 रुपए प्रति शेयर की रिकॉर्ड कीमत पर IPO की अनुमति दी। विशेषज्ञों का कहना है कि इस IPO मूल्य निर्धारण ने निवेशकों को लूटने की सारी हदें पार कर दी।
मर्चेंट बैंकरों की भूमिका सवालों के घेरे में
Paytm IPO के 7 मर्चेंट बैंकर—Morgan Stanley, Goldman Sachs, Axis Capital, ICICI Securities, JP Morgan, Citigroup, HDFC Bank—पर निवेशकों के नुकसान की भरपाई करने का दबाव बढ़ रहा है।
विशेषज्ञों का मानना है कि इन बैंकरों ने अपनी भारी कमाई के लालच में रिटेल निवेशकों का पैसा जोखिम में डाला।
IPO मार्केट में लालच का खेल
पिछले दो साल में भारत में 300 से अधिक IPO और OFS के माध्यम से करीब 3 लाख करोड़ रुपए की पूंजी जुटाई गई। अधिकांश निवेशक मनमाने भाव पर नुकसान में हैं।
ऐसा प्रतीत होता है कि देश के छोटे निवेशकों की मेहनत का पैसा कुछ बड़े पूंजीपतियों और विदेशी फंड्स के हाथ में चला गया।
विशेषज्ञों का कहना है कि SEBI को अब OFS और मनमाने मूल्य पर अंकुश लगाने की सख्त जरूरत है, ताकि भविष्य में रिटेल निवेशकों को लालच और धोखाधड़ी से बचाया जा सके।









