बंगाल की खाड़ी से आ रही ‘बड़ी आफत’….17 साल बाद फिर उठेगा समंदर का कहर….5 राज्यों में मची हलचल…IMD ने जारी किया तूफानी बारिश का अलर्ट…
बंगाल की खाड़ी में बन रहा खतरनाक सिस्टम, आंध्र से लेकर गुजरात तक दिखेगा असर!

नई दिल्ली। देश अभी मोन्था तूफान की तबाही से पूरी तरह उबरा भी नहीं था कि बंगाल की खाड़ी से एक और मौसमी संकट तेज़ी से सिर उठा रहा है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) और क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (RMC), चेन्नई की रिपोर्ट ने साफ़ कर दिया है कि यह नया सिस्टम आने वाले दिनों में देश के कई राज्यों के मौसम को हिला सकता है।
रविवार को RMC ने बताया कि दक्षिणी म्यांमार और अंडमान सागर के ऊपर एक नया चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) बन रहा है, जो अगले 24 घंटे में निम्न दबाव के क्षेत्र (Low-Pressure Area) में तब्दील हो सकता है।
क्या यह चक्रवात बनेगा? — वैज्ञानिकों की बड़ी चेतावनी!
मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर समुद्र की सतह का तापमान अनुकूल रहा तो यह सिस्टम अवदाब (Depression) से बढ़कर चक्रवाती तूफान (Cyclonic Storm) में बदल सकता है।
इसकी दिशा उत्तर-पश्चिम की ओर रहने की संभावना है — यानी आंध्र प्रदेश, उत्तरी तमिलनाडु और बाद में गुजरात तट तक इसका असर दिख सकता है।
यदि यह सिस्टम उम्मीद के मुताबिक मजबूत होता है, तो 17 साल बाद बंगाल की खाड़ी से उठा इतना ताकतवर चक्रवात भारत के पश्चिमी तटों तक पहुंच सकता है।
5 राज्यों में मौसम का हाल — कहाँ गिरेगी सबसे ज़्यादा बारिश
| राज्य / क्षेत्र | तत्काल स्थिति | सप्ताहांत तक संभावित बदलाव |
|---|---|---|
| तमिलनाडु | सामान्य रूप से शुष्क | तटीय इलाकों में हल्की से मध्यम वर्षा, चेन्नई में 35°C तापमान के साथ बादल छाए रहेंगे |
| आंध्र प्रदेश | फिलहाल शुष्क | तटीय जिलों में छिटपुट बारिश और तेज़ हवाओं की चेतावनी |
| गुजरात | सतर्कता अलर्ट जारी | सिस्टम के कमजोर होते-होते दक्षिण गुजरात तट और अरब सागर तट पर भारी बारिश संभव |
| उत्तर प्रदेश व बिहार | स्थिर मौसम | इस सिस्टम का कोई सीधा प्रभाव नहीं |
| ओडिशा और पश्चिम बंगाल | सामान्य स्थिति | शुरुआती असर से कुछ इलाकों में बादल और हल्की बारिश की संभावना |
IMD ने दी चेतावनी — “सतर्क रहें, सिस्टम अप्रत्याशित रूप से तीव्र हो सकता है”
मौसम विभाग ने मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी है और तटीय इलाकों में भारी बारिश, तेज़ हवाओं और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है।
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि हवा का दबाव गिरता गया, तो अगले 72 घंटे भारत के लिए बेहद अहम होंगे।
आंध्र से गुजरात तक बढ़ सकती है मुसीबत
विशेष रूप से गुजरात और आंध्र प्रदेश को इस सिस्टम से भारी वर्षा और तेज़ हवाओं का सामना करना पड़ सकता है।
IMD ने राज्यों को सतर्क रहने और राहत एजेंसियों को हाई अलर्ट मोड पर रखा है।
आगामी दिनों में यह सिस्टम भारत के मौसम पर कितना असर डालेगा, इस पर IMD लगातार नज़र रख रहा है।
फिलहाल दक्षिण भारत और गुजरात के तटीय इलाकों में “तूफानी बारिश की चेतावनी” जारी कर दी गई है।









