टीम इंडिया बनी विश्व विजेता: भारत की बेटियों ने रचा इतिहास, पहली बार विश्व कप क्रिकेट का जीता खिताब

Team India world champaion : भारतीय बेटियों ने इतिहास रच दिया है। टीम इंडिया विश्व विजेता बन गयी है। नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 के फाइनल में टीम इंडिया ने स्वर्णिम इतिहास रच दिया। भारत ने साउथ अफ्रीका को 52 रन से मात देकर पहली बार महिला वनडे वर्ल्ड कप अपने नाम किया।

इस जीत के साथ भारतीय टीम ने उस खिताब को हासिल कर लिया, जिसका इंतज़ार 48 सालों से किया जा रहा था।
भारत की दमदार बल्लेबाजी – 298/7
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम ने निर्धारित 50 ओवर में 7 विकेट पर 298 रन का बड़ा स्कोर खड़ा किया। पारी की सबसे बड़ी साझेदारी शैफाली वर्मा और स्मृति मंधाना ने की, जिन्होंने पहले विकेट के लिए 104 रन जोड़े।
शैफाली वर्मा – 87 रन (78 गेंद, 7 चौके, 2 छक्के)
शैफाली शतक के बेहद करीब थीं, लेकिन वह 87 पर आउट होकर मौका चूक गईं। इसके बावजूद उनकी पारी ने भारत को मजबूत आधार दिया।
स्मृति मंधाना – 45 रन (58 गेंद)
शानदार लय में दिखीं, लेकिन अर्धशतक से चूक गईं।
दीप्ति शर्मा – 58 रन
मिडिल ऑर्डर में संभलकर बल्लेबाजी की और टीम को 298 तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया।
इसके अलावा ऋचा घोष ने 34 रन, जेमिमा रोड्रिग्स ने 24 रन, जबकि कप्तान हरमनप्रीत कौर 20 रन बनाकर आउट हुईं। साउथ अफ्रीका की ओर से आयबोंगा खाका ने 3 विकेट झटके।
साउथ अफ्रीका की जाबांज कप्तान लौरा वोल्वार्ड्ट का शतक बेकार
299 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ अफ्रीकी टीम ने अच्छी शुरुआत की, लेकिन भारतीय गेंदबाजों ने लगातार अंतराल पर विकेट लेकर उन पर दबाव बनाए रखा। पूरी टीम 246 रन पर ऑलआउट हो गई।
लौरा वोल्वार्ड्ट – 101 रन (98 गेंद, 11 चौके, 1 छक्का)
कप्तान ने अकेले संघर्ष करते हुए शानदार शतक जड़ा, लेकिन टीम के अन्य बल्लेबाज उनका साथ नहीं दे सके।
तैजमिन ब्रिट्स – 23 रन
सुने लुस – 35 रन
एनेक बॉश – 0 रन
सिनालो जाफ्टा – 16 रन
साउथ अफ्रीका की बल्लेबाजी भारतीय गेंदबाजों के सामने फीकी साबित हुई।
दीप्ति शर्मा – गेंद और बैट दोनों में हीरो!
दीप्ति शर्मा ने फाइनल में ऑलराउंड प्रदर्शन करते हुए 5 विकेट झटके और भारत की जीत की नायक बनीं। उनके साहसिक प्रदर्शन ने साउथ अफ्रीका की मध्य क्रम बल्लेबाजी को तहस-नहस कर दिया।
अमनजोत कौर ने भी फील्डिंग में कमाल दिखाते हुए लौरा वोल्वार्ड्ट का अहम कैच पकड़ा, जो मैच का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ।
भारत का सपना हुआ पूरा
यह पहली बार है जब भारतीय महिला टीम ने वनडे विश्व कप की ट्रॉफी अपने नाम की। इससे पहले 2005 और 2017 में टीम फाइनल तक पहुंची थी, लेकिन खिताब जीत नहीं सकी थी।
इस ऐतिहासिक जीत के साथ भारतीय महिला क्रिकेट ने नया अध्याय लिख दिया है। स्टेडियम में मौजूद दर्शक और करोड़ों भारतीय प्रशंसकों ने यह ऐतिहासिक पल जश्न के साथ मनाया।








