फर्जी नौकरी गैंग का भंडाफोड़…किराए के मकान में 4 युवकों के साथ रहती थी महिला….पुलिस पूछताछ में हुआ सनसनीखेज खुलासा….

साइबर ठगी के जाल में उलझी बेरोजगारी की मजबूरी — WhatsApp और OLX पर चल रहा था फर्जी जॉब रैकेट

वैशाली: बिहार के वैशाली जिले में पुलिस ने नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले एक साइबर गैंग का पर्दाफाश किया है। मामला उस वक्त चर्चा में आया जब पुलिस ने एक किराए के मकान में रहने वाली महिला और उसके साथ मौजूद चार युवकों को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान जो सच्चाई सामने आई, उसने पुलिस के भी होश उड़ा दिए।

दरअसल, ये गिरोह बेरोजगार युवाओं को सरकारी और प्राइवेट सेक्टर में नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करता था। पुलिस ने मौके से 9 मोबाइल, 13 सिमकार्ड, 8 एटीएम कार्ड, 2 पासबुक, 2 पैन कार्ड, 2 आधार कार्ड और एक वोटर आईडी कार्ड बरामद किया है।

कैसे चलता था यह फर्जीवाड़ा
डीएसपी चांदनी सुमन के अनुसार, प्रतिबिंब पोर्टल पर दो मोबाइल नंबरों के जरिए पटना और बेतिया में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की शिकायत दर्ज थी। जांच में पता चला कि दोनों नंबर औद्योगिक थाना क्षेत्र में एक्टिव हैं। इसके बाद पुलिस ने मोबाइल लोकेशन के आधार पर छापेमारी की।
छापे के दौरान पुलिस ने किराए के मकान में चार युवक और एक महिला को पाया, जो पुलिस को देखकर छिपने की कोशिश करने लगे।

महिला ने कबूला ठगी का खेल
पूछताछ में महिला रूपा सरकार (पश्चिम बंगाल निवासी) ने बताया कि वे लोग सोशल मीडिया और OLX पर नौकरी के फर्जी विज्ञापन डालते थे। इच्छुक उम्मीदवारों से वे व्हाट्सएप पर दस्तावेज और सर्टिफिकेट मंगवाकर रजिस्ट्रेशन व प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर पैसे ऐंठते थे। इसके बाद या तो संपर्क तोड़ देते या नए शिकार की तलाश में जुट जाते।

गिरफ्तारी और कार्रवाई
गिरफ्तार आरोपियों में चार युवक वैशाली जिले के निवासी बताए जा रहे हैं। पुलिस ने सभी को हिरासत में लेकर साइबर ठगी के विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है।

डीएसपी चांदनी सुमन ने बताया कि यह गिरोह बेरोजगारी का फायदा उठाकर लोगों को निशाना बनाता था। उन्होंने लोगों से अपील की है कि किसी भी अनजान वेबसाइट, OLX विज्ञापन या व्हाट्सएप नंबर पर नौकरी के नाम पर विश्वास न करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत पुलिस को सूचना दें।

 सावधानी ही सुरक्षा है — नौकरी के नाम पर ठगी से बचने के लिए याद रखें:

  • किसी भी संस्था की वैधता सरकारी वेबसाइट से जांचें।

  • अज्ञात लिंक या व्हाट्सएप नंबर पर दस्तावेज न भेजें।

  • रजिस्ट्रेशन या प्रोसेसिंग चार्ज के नाम पर पैसे न दें।

  • OLX और सोशल मीडिया पर दिखने वाले “जॉब ऑफर” पर तुरंत भरोसा न करें।

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