भारत सरकार ने जारी किया हाई अलर्ट! Chrome और Mozilla यूज़र्स सावधान …एक क्लिक में हो सकता है सिस्टम हैक….
CERT-In का बड़ा अलर्ट: हैकर्स के निशाने पर भारत के इंटरनेट यूज़र्स

भारत सरकार की साइबर सुरक्षा एजेंसी Indian Computer Emergency Response Team (CERT-In) ने देशभर के इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के लिए हाई-रिस्क अलर्ट जारी किया है।
यह चेतावनी खासतौर पर Google Chrome और Mozilla Firefox इस्तेमाल करने वालों के लिए है।
एजेंसी ने बताया कि इन दोनों ब्राउज़रों के पुराने वर्ज़न (Outdated Versions) में ऐसी गंभीर सुरक्षा खामियाँ (Vulnerabilities) मिली हैं, जिनका फायदा उठाकर हैकर्स सिस्टम पर कब्जा कर सकते हैं।
कैसे हो सकता है हमला?
CERT-In की रिपोर्ट के अनुसार, इन कमजोरियों के ज़रिए हैकर्स —
आपके कंप्यूटर में अनाधिकृत प्रवेश (Unauthorized Access) पा सकते हैं।
डेटा चुरा सकते हैं या पासवर्ड हासिल कर सकते हैं।
आपके सिस्टम को रिमोटली कंट्रोल कर सकते हैं।
और मैलवेयर या वायरस इंस्टॉल कर सकते हैं।
Chrome और Firefox में मिलीं ये खतरनाक खामियाँ
🔹 Google Chrome के पुराने वर्ज़न में पाए गए बग्स:
Use After Free
Integer Overflow
Heap Buffer Overflow
इन बग्स के चलते किसी मैलिशियस वेबसाइट या लिंक पर क्लिक करते ही ब्राउज़र क्रैश हो सकता है या खतरनाक कोड अपने आप रन हो सकता है।
🔹 Mozilla Firefox में भी सामने आए बग्स:
Cookie Storage Isolation
JavaScript JIT Error
Graphics Overflow
इनसे यूज़र्स का ब्राउज़िंग डेटा, पासवर्ड और व्यक्तिगत जानकारी खतरे में पड़ सकती है।
किसे है सबसे बड़ा खतरा?
CERT-In का कहना है कि यह खतरा सिर्फ आम यूज़र्स तक सीमित नहीं है —
बल्कि सरकारी विभागों, निजी कंपनियों और बैंकों के नेटवर्क भी इसके निशाने पर हैं।
अगर कोई नेटवर्क पुराने ब्राउज़र पर चलता है, तो हैकर्स पूरे सिस्टम में घुसपैठ कर सकते हैं।
कैसे बचें हैकर्स से – सरकार की सलाह
🔹 Chrome यूज़र्स के लिए:
अगर आपका वर्ज़न 137.0.7151.119 (Windows/Linux) या 137.0.7151.120 (macOS) से पुराना है,
तो तुरंत अपडेट करें।ऐसा करने के लिए जाएँ —
Help → About Google Chrome → Update.
🔹 Firefox यूज़र्स के लिए:
“Menu → Help → About Firefox” में जाकर अपडेट इंस्टॉल करें।
नया वर्ज़न सुरक्षा पैच के साथ जारी किया गया है।
अन्य सावधानियाँ:
संदिग्ध लिंक या वेबसाइट पर क्लिक न करें।
अनजान ईमेल या मैसेज के लिंक से दूर रहें।
जिन ब्राउज़र एक्सटेंशन का इस्तेमाल नहीं करते, उन्हें हटाएँ।
एंटीवायरस और फायरवॉल को हमेशा सक्रिय रखें।
क्यों ज़रूरी है ब्राउज़र अपडेट करना?
ब्राउज़र अपडेट सिर्फ नई सुविधाएँ देने के लिए नहीं, बल्कि उनमें मौजूद सुरक्षा कमजोरियों को दूर करने के लिए भी जारी किए जाते हैं। यदि आप अपडेट नहीं करते, तो हैकर्स के लिए आपका सिस्टम आसान टारगेट बन जाता है। हाल के महीनों में फिशिंग और रैनसमवेयर हमलों में भारी बढ़ोतरी देखी गई है — ऐसे में साइबर सुरक्षा अब आपकी सबसे पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।