33 साल की औरत और 17 साल के आशिक का खौफनाक राज… जब 6 साल की मासूम ने देख लिया सब…तो दोनों ने कर दिया हैवानियत भरा खेल ख़त्म….
हाथरस में इंसानियत को शर्मसार करने वाली वारदात — ‘राज’ जानने की सज़ा बन गई 6 साल की बच्ची की मौत

हाथरस (उत्तर प्रदेश)।उत्तर प्रदेश के हाथरस से एक ऐसा खौफनाक मामला सामने आया है, जिसने पूरे इलाके को सन्न कर दिया है। यहां 33 वर्षीय पिंकी शर्मा नाम की महिला ने अपने 17 साल के नाबालिग प्रेमी के साथ मिलकर 6 साल की मासूम बच्ची की गला घोंटकर हत्या कर दी। इस सनसनीखेज घटना के पीछे की वजह इतनी चौंकाने वाली है कि पुलिस अधिकारी तक हैरान रह गए।
जब 6 साल की बच्ची ने देख लिया ‘पाप’
पुलिस के मुताबिक, पिंकी शर्मा अपने 17 वर्षीय प्रेमी के साथ शारीरिक संबंध बना रही थी, तभी उसी वक्त 6 साल की बच्ची कमरे में पहुंच गई।मासूम ने दोनों को आपत्तिजनक हालत में देख लिया और यह बात अपने पिता को बताने की धमकी दी।
बस, यहीं से शुरू हुआ खौफनाक खेल—पिंकी और उसके नाबालिग प्रेमी ने राज छिपाने के लिए मासूम की जान ले ली।
गायब हुई बच्ची, फिर मिला शव बोरी में
यह वारदात 3 सितंबर की है।
सुबह करीब 10 बजे बच्ची अचानक गायब हो गई।
परिवार ने हर जगह खोजबीन की, लेकिन दोपहर 1:30 बजे गांव के पास कुएं में बोरी के अंदर उसका शव मिला।
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि बच्ची की गला घोंटकर हत्या की गई थी।
पुलिस जांच में खुला रोंगटे खड़े कर देने वाला सच
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार सिंह ने बताया कि पिंकी शर्मा ने पूछताछ में सबकुछ कबूल कर लिया है।
उसने बताया कि वह पिछले तीन महीनों से 17 साल के लड़के के साथ रिश्ते में थी।
घटना वाले दिन जब उसका पति और सास घर पर नहीं थे, उसने प्रेमी को घर बुलाया।
दोनों एक कमरे में थे, तभी बच्ची ने उन्हें देख लिया।
राज खुलने के डर से दोनों ने मिलकर बच्ची का गला दबाकर हत्या कर दी और शव को बोरी में भरकर सुनसान कुएं में फेंक दिया।
गिरफ्तारी के वक्त हाथों पर थे काटने के निशान
पुलिस ने बताया कि जब पिंकी को गिरफ्तार किया गया, उसके हाथों पर काटने और खरोंच के निशान मिले, जो बच्ची के संघर्ष के दौरान आए होंगे।
पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया है और उसके नाबालिग प्रेमी को निगरानी में रखा गया है।
समाज के लिए सबक — ‘पाप’ कभी छुपता नहीं
यह घटना सिर्फ एक अपराध नहीं बल्कि नैतिक पतन और इंसानियत की मौत का जीता-जागता उदाहरण है।
एक मासूम बच्ची की जान उस सच की कीमत बन गई, जिसे वो शायद समझ भी नहीं पाई थी।
हाथरस की यह वारदात याद दिलाती है कि जब विकृत इच्छाएं और पाप मिलते हैं, तो इंसान राक्षस बन जाता है।