घाटशिला का घमासान : सोमेश सोरेन Vs बाबूलाल सोरेन में कौन है कितना मजबूत, 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री की मौजूदगी से बढ़ेगा राजनीतिक पारा, पढ़िये रिपोर्ट

Ghatsila battle: Who is stronger between Somesh Soren and Babulal Soren? The Chief Minister's presence on October 17th will raise the political temperature. Read the report.

घाटशिला, झारखंड। घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में 11 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में झामुमो ने दिवंगत मंत्री रामदास सोरेन के पुत्र सोमेश सोरेन को उम्मीदवार बनाया है, जबकि भाजपा ने बाबूलाल सोरेन को मैदान में उतारा है। दोनों पार्टियां मजबूत दावेदारी पेश कर रही है। इधर, 17 अक्टूबर को दाहीगोड़ा सर्कस मैदान में झामुमो की नामांकन सभा होगी, जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी सोमेश सोरेन का समर्थन करने पहुंचेंगे।

 

उपचुनाव को लेकर राजनीतिक माहौल गर्म होता जा रहा है। सोमेश सोरेन राजनीति में सक्रिय हुए हैं और यह उनका पहली बार झामुमो की टिकट पर विधानसभा उपचुनाव लड़ना है।सोमेश ने 13 अक्टूबर 2025 को घाटशिला अनुमंडल कार्यालय से अपने नामांकन प्रपत्र खरीदे थे। उनके पिता रामदास सोरेन के निधन के बाद यह सीट रिक्त हुई थी, जिसके कारण उपचुनाव कराना अनिवार्य हुआ।

 

सोमेश सोरेन ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों और पार्टी कार्यकर्ताओं के समर्थन से मैदान में उतरने की तैयारी पूरी कर ली है।वहीं, भाजपा ने भी इस उपचुनाव के लिए अपनी रणनीति तैयार कर दी है। पार्टी ने इस बार भी बाबूलाल सोरेन को अपना उम्मीदवार बनाया है। बाबूलाल सोरेन पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन के पुत्र हैं और पिछली बार रामदास सोरेन से चुनाव हारने के बावजूद भाजपा ने उन्हें दोबारा मौका दिया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह उपचुनाव दोनों प्रमुख दलों के लिए महत्वपूर्ण है और इसमें कांटे की टक्कर होने की संभावना है।

 

इस उपचुनाव में झामुमो के समर्थन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी मैदान में उतरेंगे। 17 अक्टूबर को दाहीगोड़ा सर्कस मैदान में झामुमो की नामांकन सभा आयोजित की जाएगी। इस सभा में मुख्यमंत्री दोपहर लगभग 12:15 बजे हेलीकॉप्टर के माध्यम से सभा स्थल पहुंचेंगे। इसके बाद वे सीधे अनुमंडल कार्यालय जाएंगे और सोमेश सोरेन के नामांकन प्रक्रिया में उनका समर्थन करेंगे।

 

झामुमो की ओर से बताया गया है कि नामांकन सभा के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं ने सुरक्षा और व्यवस्थाओं के लिए पूरी तैयारी कर ली है। सभा के माध्यम से पार्टी का उद्देश्य स्थानीय मतदाताओं के बीच अपनी मजबूती और उम्मीदवार के समर्थन का संदेश देना है। पार्टी का मानना है कि मुख्यमंत्री के व्यक्तिगत समर्थन से सोमेश सोरेन की जीत की संभावना और मजबूत होगी।

 

राजनीतिक जानकारों के अनुसार, घाटशिला उपचुनाव में पारिवारिक समीकरण, स्थानीय विकास मुद्दे और पार्टी का संगठनात्मक प्रभाव निर्णायक भूमिका निभाएंगे। दोनों ही उम्मीदवार स्थानीय मतदाताओं के बीच अपनी साख और जनसंपर्क के जरिए मतों को आकर्षित करने का प्रयास करेंगे।

Related Articles