रील्स के चक्कर में लगी हथकड़ी: थाने में घुसकर दो युवकों ने बनाया रील, वायरल होते ही मचा बवाल, FIR दर्ज होने के बाद …
Handcuffed due to reels: Two youths entered the police station and made a reel, created a ruckus as soon as it went viral, after the FIR was registered...

Jharkhand News : युवाओं पर आजकर रील्स बनाने का खुमार इस कदर सवार है कि वो कानून की भी परवाह नहीं कर रहे हैं। झारखंड के पलामू जिले में एक ऐसा ही मामला सामने आयाहै। जहां दो युवकों ने मेदिनीनगर टाउन थाना परिसर के अंदर घुसकर सोशल मीडिया के लिए रील्स बनाया। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस हरकत में आई और दोनों युवकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।
हालांकि पूछताछ के बाद दोनों को पीआर बॉन्ड पर रिहा कर दिया गया, लेकिन पुलिस ने इसे गंभीर अनुशासनहीनता बताते हुए आगे की जांच जारी रखी है।मेदिनीनगर टाउन थाना से सोशल मीडिया पर वायरल हुआ एक वीडियो इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। इस वीडियो में दो युवक थाना परिसर के अंदर रील्स बनाते नजर आ रहे हैं।
वीडियो में एक युवक थाना के हाजत (लॉकअप) के पास से स्टाइल में बाहर निकलते हुए दिख रहा है, जबकि दूसरा युवक मोबाइल कैमरे से उसकी वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहा है।यह वीडियो जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, वैसे ही पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया। मामला थाना की गरिमा और सुरक्षा नियमों के उल्लंघन से जुड़ा होने के कारण इसे गंभीरता से लिया गया।
वीडियो वायरल होते ही पुलिस की सख्त कार्रवाई
मामले की जानकारी मिलते ही टीओपी-1 के प्रभारी इंद्रदेव पासवान ने पूरे घटनाक्रम की रिपोर्ट तैयार कर मेदिनीनगर टाउन थाना में एक लिखित आवेदन दिया। इसके आधार पर पुलिस ने रील्स बनाने वाले दोनों युवकों रोहित पांडेय उर्फ डेविल पांडेय और सूरज कुमार के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।
एफआईआर में इन दोनों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा
• 223(बी) (लोक सेवक के कार्य में बाधा डालना),
• 356(2) (लोक संपत्ति का अनधिकृत उपयोग),
• 353(2) (सरकारी संस्थान के अंदर अनुशासन भंग करना), और
• 3(5) (सामुदायिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास)
के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस की जांच में यह भी पाया गया कि रील्स में इस्तेमाल किया गया बैकग्राउंड ऑडियो आपत्तिजनक था, जो दूसरे समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला था।
थाने में पूछताछ और माफीनामा
मेदिनीनगर टाउन थाना प्रभारी ज्योतिलाल रजवार ने बताया कि वायरल वीडियो के आधार पर दोनों युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ के दौरान दोनों ने अपनी गलती स्वीकार की और लिखित माफीनामा भी सौंपा। उन्होंने वादा किया कि भविष्य में इस तरह की हरकत नहीं करेंगे और सोशल मीडिया पर किसी भी सरकारी स्थान या धार्मिक विषय से जुड़ा वीडियो नहीं डालेंगे।
पुलिस ने फिलहाल दोनों युवकों को पीआर बॉन्ड पर छोड़ दिया है, लेकिन सोशल मीडिया से संबंधित अपराधों को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है। थाना प्रभारी ने यह भी बताया कि दोनों युवकों ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से रील्स डिलीट कर दिया है।


















