100 बीमारियों को जड़ से मिटा देती है तुलसी की मंजरी….बस 7 दिन तक करें सेवन…
तुलसी की मंजरी: आयुर्वेद की शक्ति और स्वास्थ्य का खजाना

भारत में तुलसी को धार्मिक और औषधीय दृष्टि से विशेष स्थान प्राप्त है। अधिकतर लोग तुलसी के पौधे की पूजा करते हैं, लेकिन शायद ही उन्हें इसके फूलों (मंजरी) के अद्भुत स्वास्थ्य लाभ के बारे में पता हो।
स्वास्थ्य पर असर
आयुर्वेद के अनुसार रोजाना तुलसी की मंजरी का सेवन कई बीमारियों से बचाव करता है। इसके लाभों में शामिल हैं:
सर्दी-खांसी से राहत
पाचन तंत्र और गैस की समस्याओं में सुधार
त्वचा स्वस्थ और साफ़
इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाना
वैज्ञानिक और पारंपरिक कारण
विशेषज्ञों का कहना है कि तुलसी की मंजरी में प्राकृतिक एंटीबायोटिक और एंटीवायरल गुण होते हैं। इसे पानी में उबालकर पीने से:
वजन नियंत्रित रहता है
कब्ज और एसिडिटी दूर होती है
शरीर डिटॉक्स होता है
इसके एंटीऑक्सीडेंट तत्व कोशिकाओं को नुकसान से बचाते हैं, जिससे शरीर अंदर से स्वस्थ और युवा रहता है।
पारंपरिक उपयोग
भारत के कई शहरों में, जैसे मथुरा, तुलसी की मंजरी का रोजाना घरेलू उपयोग होता रहा है। बुजुर्ग महिलाएं बच्चों को रात भर पानी में भिगोकर तुलसी की मंजरी खिलाती थीं, जिससे उनका स्वास्थ्य बेहतर रहता था।
सेवन विधि
तुलसी मंजरी का सेवन बहुत आसान है:
कुछ ताजे फूलों को पानी में उबालें।
छानकर ठंडा करें।
दिन में 2-3 बार इसका सेवन करें।
तुलसी की मंजरी न केवल रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है, बल्कि शरीर और मन दोनों के लिए शुद्धिकरण और स्वास्थ्य का स्रोत है। बस सात दिन नियमित सेवन से आप स्वस्थ और सक्रिय जीवन का आनंद ले सकते हैं।